शिवपुरी। शिवपुरी जिले में मार्च 2025 से पहले 350 करोड़ की लागत से 25 टावर खड़े करने जा रही है,इन टावरों के लगने से जिले के ऐसे 74 एरियो में नेटवर्क मिलने लगेगा जहां नेटवर्क नहीं पहुंच रहा है। इन क्षेत्रों में सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा क्यो कि सरकारी नेटवर्क के कारण एंबुलेंस नही पहुचती है। अभी हाल में मीडिया ने ऐसा मामला प्रकाशित किया था कि नेटवर्क ना होने के कारण इन गांव में 108 एंबुलेंस नहीं पहुंच पाती।
बीएसएनएल के सीजीएम राधेश्याम परमार ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि गुना में 29 गांव, अशोकनगर में 35 और शिवपुरी में 74 गांव ऐसे हैं जो बीएसएनएल के नेटवर्क से अनकवर्ड हैं। इन्हें मार्च 2025 तक कवर कर लिया जाएगा। क्योंकि 354 टावर स्थापित हो रहे हैं, जो बीएसएनएल के दायरे को घर-घर तक पहुंचा देंगे। इसके साथ उन्होंने सी डॉट कोर नेटवर्क, तेजस का रेडियो नेटवर्क और टीसीएस की इंटीग्रेटेड डाटा स्वदेशी पद्धति से कंपनी द्वारा काम करने की बात कही और इस तकनीक को जल्द विदेशों को भी दिया जाएगा।
पत्रकारों ने जब सवाल किया कि क्या कंपनी कुछ ऐसा सुधार कर रही है कि उनकी नेटवर्किंग सुविधा बेहतर हो तो जवाब में वह बोले- मोबाइल सेट में जिनकी सिम काम नहीं कर रही है वह 5 जी सिम लेकर के इसमें बदलाव कर सकते हैं। यह सिम अभी निःशुल्क उपलब्ध है, और सीधे आवेदन करने पर कार्यालय से प्राप्त की जा सकती है।
नेटवर्क ना होने के कारण यहां समस्या थी
मोबाइल नेटवर्क न आने से वपावली-मछावली के 6 गांव में नहीं जाती 108 एंबुलेंस, अस्पताल के बजाय घरों पर डिलीवरी हो रही थी। जिसमें पिछोर पीएससी के बपाक्ली के गांव हुडा बामेर, कोटा सहराना, शीतलपुर, खडेला में जननी एक्सप्रेस न पहुंचने के कारण घरों में प्रसूताओं को अपने बच्चो को जन्म देना पड़ता था।
यह खुलासा तब हुआ जब संचालक मातृ स्वास्थ्य डॉ. अर्चना मिश्रा जिले की विजिट पर आईं और इन समस्याओं को ग्रामीणों ने उनके बीच उठाया। इस पर केंद्रीय दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सीधा एक्शन लिया और भोपाल से मुख्य महाप्रबंधक बीएसएनएल गुरुवार को शिवपुरी आए और उन्होंने कुछ गांव में सप्ताह भर में तो कुछ में जल्द नेटवर्क पहुंचाने की बात कही।