शिवपुरी। शिवपुरी शहर के कोर्ट रोड पर स्थित 100 करोड़ के घोटाले से कंगाल हुआ जिला सहकारी बैंक की बिल्डिंग में आज रविवार की सुबह धुंआ उठता हुआ देखा गया। बैंक के हॉल में लगी आग की सूचना पर मौके पर 2 फायर बिग्रेड पहुंच गई और इस काम पर काबू करने का काम शुरू हुआ। बैंक में आग की सूचना मिलते ही शिवपुरी एसडीएम, तहसीलदार और पुलिस भी मौके पर पहुंच गई थी।
बैंक के जिस हॉल में आग लगी उस हॉल में 50 साल पुराना सोसायटी को रिकॉर्ड रखा होना बताया गया हैं। रविवार की सुबह 8 बजे से आग पर काबू पाने के लिए दो फायर बिग्रेड और पानी के टैंकरों को लगाया गया हैं। सुबह 11 बजे तक रिकॉर्ड रूम से धुंआ उठता रहा, इसके बाद रिकॉर्ड को बाहर निकालने के लिए एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया हैं।
सहकारिता बैंक के प्रभारी कार्यालय अधीक्षक वीरेंद्र पाराशर के मुताबिक बैंक मुख्यालय की बिल्डिंग से लगे हुए भूमि विकास बैंक के नीचे एक हॉल में 50 साल पुराना अनुपयोगी रिकॉर्ड रखा हुआ था। इसके साथ ही हॉल में पुराना फर्नीचर, कुर्सियां और अलमारी सहित अनुपयोगी सामान भरा हुआ था। हॉल को कभी कभार ही खोला जाता था। आज सुबह साढ़े 7 बजे रात्रि में ड्यूटी के लिए रुके प्यून सुरेन्द्र कुमार श्रीवास ने हॉल में भड़की आग की सूचना दी थी। सूचना के बाद मौके से पुलिस सहित प्रशासन को आगजनी की सूचना दी गई थी। आग किन कारणों से लगी इसका पता फिलहाल नहीं लग सका हैं।
100 करोड़ का हो चुका हैं घोटाला, अधर में अटकी जांच
जिला सहकारी बैंक की कोलारस ब्रांच के एक चपरासी राकेश पाराशर और कैशियर ने 100 करोड़ का घोटाला कर दिया था, जिससे बैंक की जमा पूंजी करीब 100 करोड़ की निकल गई और इस घोटाले ने बैंक को कंगाल कर दिया गया। यह घोटाला करीब साढ़े तीन साल पहले किया गया। अभी तक इस मामले में मुख्य आरोपी राकेश पाराशर सहित इस घोटाले से जुड़े कुछ लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी हैं। लेकिन मामला जांच में लंबित पड़ा हुआ है। मामला जांच में लंबित होने से बैंक में पूंजी नहीं है। नरवर में हुए बैंक घोटाले की जांच भी अधर में लटकी हुई है। अभी यह मुद्दा मीटिंग में भी उठा था। यह घोटाला नरवर के सहकारी बैंक में हुआ था।
आग लगने के कारणों का नहीं लगा पता
इस मामले में एसडीएम उमेश कौरव का कहना है कि बैंक के हॉल में आग किन कारणों से लगी इसका पता फिलहाल नहीं लग सका हैं। पुलिस द्वारा आस पास के सीसीटीवी की जांच की जा रहे हैं।