शिवपुरी। शहर में ढाई लाख की आबादी को मड़ीखेड़ा के पानी के लिए अभी और इंतजार करना पड़ सकता है। क्योंकि जिम्मेदार शटडाउन (पानी कटौती) का समय लगातार बढ़ाते जा रहे हैं। ऐसे में आमजन को त्योहार के समय भी पानी का प्रबंधन अन्य स्रोतों से ही करना पड़ेगा।
बता दें कि में मड़ीखेड़ा जलावर्धन योजना की पाइप लाइन बदलने के लिए 25 सितंबर से 10 अक्टूबर तक पानी की सप्लाई बंद रहनी थी। लेकिन आठ दिन अधिक समय बीतने के बाद भी सप्लाई शुरू नहीं की गई है। इस कारण शहर में लोगों को जल संकट का सामना करना पड़ रहा है। खास बात यह है कि इस समस्या से निपटने के लिए शुक्रवार को बैठक बुलाई गई थी, लेकिन वह भी स्थगित कर दी गई है।
बैठक अब दो दिन बाद होगी, जिसमें आगे की रणनीति पर विचार किया जाएगा। सीएमओ नगर पालिका इशांक धाकड़ का कहना है कि फिलहाल कुल 11 किमी की पाइप लाइन बदली जानी है, जिसमें से अब तक सात किमी की पाइप लाइन बदली जा चुकी है। उनके अनुसार फिलहाल अगले तीन दिन तक जो पाइप लाइन बदली जा चुकी है, उसकी ज्वाइंट टेस्टिंग की जाएगी।
इसके बाद निर्धारित किया जाएगा कि आने वाले दो दिन बाद उपलब्ध हो पाएगा 2200 मीटर पाइप सीएमओ धाकड़ का कहना है कि फिलहाल पाइप बदलने का काम कर रही एजेंसी के पास पाइप खत्म हो चुके हैं। परंतु कंपनी से 2200 मीटर पाइप चल दिए हैं। यह पाइप लाइन संभवतः अगले दो से तीन दिन में शिवपुरी पहुंच जाएंगे।
पाइप शिवपुरी पहुंचने के बाद होने वाली बैठक में यह तय होगा कि शट डाउन की अवधि और बढ़ा कर लाइन को अभी बदला जाए या फिर बाद में। हालांकि सूत्र बताते हैं कि प्रशासन की मंशा है कि अगर पाइप आ जाते हैं तो लाइन इसी शट डाउन में बदली जाएगी।
अधिकारियों का कहना है कि अगर पाइप निर्धारित समय पर शिवपुरी पहुंच जाते हैं तो निश्चित तौर पर इस शटडाउन का समय बढ़ा दिया जाएगा और 11 किमी में से नौ किमी की पाइप लाइन कंपलीट हो जाएगी। फिर दीपावली के बाद जो शट डाउन होगा उसकी अवधि कम हो जाएगी क्योंकि उस समय सिर्फ दो किमी की पाइप लाइन बिछाना ही शेष रह जाएगी।
अभी ऐसे हो रही शहर में पानी की सप्लाई
शिवपुरी नगर पालिका के अंतर्गत शहर में वार्डों की संख्या 39 है। जहां करीब दो लाख 50 हजार की आबादी निवासरत है। पाइप लाइन बदलने के चलते शहर के इन सभी वार्डों में 15 हाईडेंटों से छोटे-बड़े पानी के टैंकरों को भरा जाता है। इसी के साथ आठ बड़े टैंकरों को संपवेल से भरा जाता है। 24 छोटे टैंकरों से वार्डों में पानी की सप्लाई की जा रही है। इसके अलावा शहर भर में नपा 494 बोरों से आमजन को पानी उपलब्ध करा रही है। लेकिन यह पर्याप्त नहीं होता है।
प्लान फेल होते गए और जनता संकट से जूझ रही
1. 25 सितंबर से 10 अक्टूबर तक के लिए ही बंद की गई थी पानी की सप्लाई, लेकिन अभी तक शुरू नहीं की जा सकी है।
2. शुक्रवार को बैठक में पानी सप्लाई शुरू करने को लेकर होना था निर्णय, लेकिन किसी कारण से वह स्थगित की गई है।
3. पहले पाइप लाइन बदलने के दौरान हर सात दिन बाद नलों में पानी सप्लाई करने का प्लान था। लीकेज के कारण प्लान फेल हो गया था।
4. अब पाइप खत्म होने के कारण समय बढ़ाते जा रहे हैं।
आमजन की यह मांग
शहर में प्रतिदिन पानी की जुगत के लिए भटकना पड़ता है। त्योहार के समय तो कम से कम घरों में पानी सप्लाई होना ही चाहिए।
त्योहार पर अधिक पानी की जरूरत 15 दिन पहले से पड़ती है, त्यौहार के एक दिन पहले ही पानी मिलेगा तो कैसे तैयारियां कर पाएंगे।