शिवपुरी। शिवपुरी जिले करैरा अनुविभाग के दिनारा थाना सीमा में रहने वाले युवक दतिया के मुरैरा गांव रिश्तेदारी में पहुंचा और यहां खुद के अपहरण की साजिश रच डाली। पुलिस ने पांच घंटे बाद ही युवक को ग्वालियर से पकड़ लिया। पिता को फोन लगाकर अपहरण होने की बात कहकर 5 लाख रु. भेजने की बात कह रहा था। पुलिस ने युवक के षड्यंत्र का भांडा फोड़ दिया। युवक आईपीएल में हारे 5 लाख रु. रु. फिरौती के रूप में पिता से वसूल कर जुआरियों को देना चाहता था।
जानकारी के मुताबिक शिवपुरी जिले के दिनारा स्थित ग्राम मेव निवासी ब्रजेश उम्र 25 साल पुत्र रामकुमार अहिरवार रिश्तेदारी में दतिया के जिले में सोनागिर थाना क्षेत्र के ग्राम मुरैरा आया था। रविवार को दोपहर अपने पिता रामकुमार को फोन लगाकर कहा कि पापा मेरा कुछ लोगों ने काली गाड़ी में डालकर अपहरण कर लिया... आकर बचा लो।
कुछ देर बाद बृजेश ने फिर पिता को फोन किया और कहा कि आप अपहरण करने वालों को 5 लाख रु. दे दो और मुझे बचा लो। इतना सुनते ही रामकुमार के पैरों के तले से जमीन खिसक गई। उसने सोनागिर थाना प्रभारी अरविंद सिंह भदौरिया और बड़ौनी एसडीओपी विनायक शुक्ला को फोन लगाकर अपने बेटे के अपहरण होने की सूचना दी।
एसडीओपी ने आवेदक रामकुमार को थाने पहुंचकर लिखित शिकायत देने के लिए कहा। इधर एसडीओपी ने रामकुमार से फिरौती के लिए आ रहे फोन नंबर को साइबर सैल पर डालकर लोकेशन ट्रेप की। साइबर पुलिस को आरोपी ब्रजेश की लोकेशन ग्वालियर में मिली। पकड़े जाने के बाद पूछताछ में आरोपी ब्रजेश ने बताया कि वह आईपीएल के सट्टे में पांच लाख रुपए हार गया। जिन लोगों से उधार रुपए लिए वे लगातार धमकी दे रहे हैं। इसलिए पिता से पांच लाख रुपए लेकर सटोरियों को देने की योजना बनाई थी। फिलहाल पुलिस ने आरोपी ब्रजेश पर अपने ही अपहरण की झूठी सूचना देने पर प्रकरण दर्ज किया है।
इनका कहना हैं
IPL के सट्टे में पांच लाख रुपए हारने की वजह से उसने अपने ही अपहरण की झूठी कहानी रच दी। हम कार्रवाई कर रहे हैं। - विनायक शुक्ला, एसडीओपी बड़ौनी