SHIVPURI NEWS - सोशल की ताकत: कानो से सुनाई नहीं देता था नाबालिग को, सुरक्षित पहुंचे घर

Bhopal Samachar

शिवपुरी। शिवपुरी जिले के सुरवाया थाने का प्रयास रंग लाया ओर 03 घंटे में घर नाराज होकर घर से निकली नाबालिग को उसके घर सुरक्षित पहुंचाया। बताया जा रहा है नाबालिग को सुनाई नहीं देता था,पुलिस इसमें कंफ्यूज हो रही थी,नाबालिग डर के मारे बोल नहीं रही। असल में पुलिसकर्मी उससे उसका परिचय और पता पूछ रहे थे वह सुन नहीं पा रही थी इसलिए जवाब भी नहीं दे रही थी,लेकिन सोशल की ताकत और सुरवाया थाना प्रभारी की मेहनत रंग लाई,जिससे नाबालिग लडकी अपने घर सुरक्षित पहुंच गई।

जानकारी के अनुसार पोहरी थाना सीमा में बगवासा गांव की रहने वाली साधना धाकड उम्र 16 साल का आज लगभग 12 बजे अपनी मॉ के साथ खाना बनाते समय विवाद हो गया और उसकी मॉ ने उसे डांट दिया। बताया जा रहा है कि नाबालिग गुस्से में घर छोड कर चल दी और किसी बस में बैठकर शिवपुरी आ पहुंची और शिवपुरी उतर गई।

नाबालिग साधना धाकड उसके बाद झांसी की ओर जाने वाली बस में बैठ गई। बस के कंडक्टर ने जब साधना से कहा जाना है और किराया मांगा तो वह जवाब नहीं दे रही थी बार बार पूछे जाने पर भी उसने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। बस जब तक सुरवाया पहुंच चुकी थी। कंडक्टर ने बस को रुकवाया और सुरवाया थाना पुलिस को पूरी बात बताई और कहा शायद यह घर से भागकर आई है अब कुछ बोल नहीं रही है।

सुरवाया थाना प्रभारी रामेनद्र सिंह चौहान ने नाबालिग को अपनी सुपुर्दगी में लेते हुए उससे उसका परिचय पूछा ओर जानकारी मांगी तो वह बोल नहीं रही थी। पुलिस ने भी अनुमान लगाया कि नाबालिग डर गई है इस कारण वह बोल रही थी।

सुरवाया थाना प्रभारी ने पुलिस के व्हाट्सएप ग्रुप पर नाबालिग साधना का फोटो सेंड किया और सोशल पर भी नाबालिग के विषय में पोस्ट की गईं। किसी तरह यह पोस्ट साधना के परिजनों तक पहुंची तो उन्होने पोहरी थाने में सपंर्क किया। पोहरी पुलिस ने कहा कि आपकी बेटी सुरवाया थाने पर पहुंच गई है लेकिन बोल नहीं रही। जब परिजनों ने बताया कि वह सुन नहीं सकती और आपकी बात नहीं समझ रही है इस कारण ही शायद वह बोल नहीं रही होगी।

जानकारी मिल रही है कि शाम 5 बजे साधना के परिजन सुरवाया थाना पहुंचे,जहां सुरवाया थाना पुलिस ने नाबालिग को उनकी सुपुर्दगी में दिया। कुल मिलाकर सोशल की ताकत और सुरवाया थाना पुलिस की मेहनत के कारण एक नाबालिग 3 घंटे के अंदर ही अपने घर सुरक्षित पहुंच गई।