शिवपुरी। पिछोर के बामौरकलां गांव में डेंगू से साढ़े चार साल के बच्चे ने ग्वालियर में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। छह दिन पहले ही पिछोर निवासी 50 साल की महिला की भी डेंगू से ग्वालियर में मौत हो चुकी है। जिले में डेंगू से दो मौत होने से दहशत का माहौल है। स्वास्थ्य विभाग ने टीमें उतारकर लार्वा विनिष्टीकरण में लगा दी हैं। बीमारी फैलने से रोकने के लिए जनता को भी जागरूक करने के प्रयास चल रहे हैं।
जानकारी के अनुसार बामौरकलां निवासी राम लखेरा (4.6 साल) पुत्र अजीत लखेरा की डेंगू से गुरुवार की सुबह मौत हो गई। बच्चे ने कमलाराजा अस्पताल में सुबह करीब 5 बजे इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। बच्चे के ताऊ चंद्रेश कुमार लखेरा ने बताया कि तीन दिन पहले बच्चे को बुखार आने पर दवा दे दी थी। दवा से बुखार उतर गया और बच्चा खेलने-कूदने लगा था। बुधवार को माता मंदिर पर आरती में शामिल हुआ। घर आने पर बच्चे ने सोने की बात कही। तबियत बिगड़ने पर चंदेरी में जांच कराई तो प्लेटलेट्स कम आने पर डॉक्टर ने डेंगू बताया। इसके बाद हम बच्चे का इलाज कराने तुरंत ग्वालियर के लिए रवाना हुए।
दो प्राइवेट अस्पताल वालों ने इनकार किया, कमलाराजा में भर्ती कराया
बच्चे को ग्वालियर के दो अलग-अलग निजी अस्पतालों में ले गए, जहां डॉक्टरों ने हालत देखकर बच्चे को भर्ती करने से मना कर दिया। फिर बच्चे को कमलाराजा हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया। पूरे समय बच्चा अच्छे से बात कर रहा था।
आधा यूनिट ही चढ़ सका खून, उल्टी के बाद बच्चे की मौत
ताऊ चंद्रेश कुमार लखेरा ने बताया कि बच्चे को खून की जरूरत थी, इसलिए उसने अपना खून दे दिया। बच्चे को गुरुवार की सुबह खून चढ़ाया जा रहा था। 5 बजे बच्चे को अचानक खून की उल्टी हुई और मौत हो गई। अजीत लखेरा की दो संतानों में बड़ी बेटी और छोटा बेटा राम था।
इस महीने 9 दिन में 22 नए केस सामने आ चुके हैं
जिले में डेंगू के मामले बढ़ रहे हैं। इस महीने 9 दिन में 22 नए केस सामने आ चुके हैं। बामौरकलां के जिस बच्चे की मौत हुई है, उसे परिजन चंदेरी ले गए थे, फिर ग्वालियर इलाज कराया। इस मामले की सूचना ग्वालियर से अभी उपलब्ध नहीं हो पाई है। डॉ. संजय ऋषिश्वर, सीएमएचओ शिवपुरी