SHIVPURI NEWS - DJ के साथ निकाली गई अंतिम यात्रा, एक डोली चली एक अर्थी उठी - पढिए मामला

Bhopal Samachar

कोलारस। शिवपुरी के कोलारस में 60 वर्षीय महिला के निधन के बाद उसके बेटों ने डीजे के साथ मां की अंतिम यात्रा निकाली। अंतिम यात्रा में आगे डीजे पर "एक डोली चली एक अर्थी उठी" गाने को बजाया जा रहा था। वहीं, अर्थी के साथ परिवार के लोग पीछे चल रहे थे।

दरअसल, शनिवार को गुजरी बाई नामक महिला की नदी में डूबने से मौत हो गई। जिसके बाद उनके बेटे उनकी अंतिम यात्रा को यादगार बनाना चाहते थे। इसलिए उन्होंने डीजे के साथ अर्थी निकाली। इस दौरान कोलारस कस्बे के लोगों ने बताया कि अब तक कस्बे में डीजे पर अंतिम यात्रा निकलती हुई नहीं देखी थी। कस्बे में ऐसा पहली बार हुआ हैं।

नदी में डूबने हुई थी महिला की मौत

कोलारस कस्बे के राई रोड़ की रहने बाली 60 वर्षीय गूजरी बाई पत्नी करन सिंह गांव-गांव जाकर प्लास्टिक का सामान बेचने का काम करती थी। शनिवार की दोपहर वह अनंतपुर-पचावली गांव के बीच सिंध नदी के पुराने पुल के नीचे नहाने पहुंची थी। तभी दोपहर करीब डेढ़ बजे गहरे पानी में जाने से डूब गई थी। इसके करीब दो घंटे के बाद गूजरी बाई का शव घटनास्थल से एक किलोमीटर दूर पिपरोदा गांव के सिंध नदी से पुलिस ने बरामद किया था।

अंतिम यात्रा को यादगार बनाने के लिए डीजे बजाया

जानकारी के मुताबिक लोहपीटा समाज की गुजरी बाई के तीन बेटे हैं। तीनों बेटों ने मां के आकस्मिक निधन को यादगार बनाने के लिए तैयारी की थी। उन्होंने मां को अर्थी पर लिटाकर उसे सुहागन के जोड़े में सजाया और अंतिम यात्रा में डीजे को बुलाया। अंतिम यात्रा राई रोड से शुरू होकर करीब चार किलोमीटर दूर मुक्तिधाम तक चली। गूजरीबाई का परिवार पैदल मां की अर्थी को कंधा देते हुए चला लेकिन अंतिम यात्रा में डीजे भी आगे-आगे चल रहा था। जिस पर "एक डोली चली एक अर्थी उठी" गाने को बजाते हुए ले जाया जा रहा था। जिसने भी डीजे के साथ अंतिम यात्रा देखी वह हैरान रह गया।