SHIVPURI NEWS - खेल-खेल में पानी से भरे ड्रम में गिरी 5 साल की मासूम, डूबने से मौत

Bhopal Samachar

कोलारस। शिवपुरी जिले के कोलारस थाना सीमा में आने वाले निवोदा गांव  में बीते रोज गुरुवार की देर शाम को अपनी उम्र के बच्चों के साथ खेल रही 5 साल की मासूम पानी से भरे ड्रम में सिर के बल गिर गई और पानी में डूबने से उसकी मौत हो गई। परिजन सहित खेत मालिक बच्ची को जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां डॉक्टर ने मासूम को मृत घोषित कर दिया। अस्पताल चौकी पुलिस ने मर्ग कायम कर बच्ची के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

बता दें कि 30 दिन के भीतर निवोदा गांव में पानी में डूबने से चौथे बच्चे की मौत हुई है। इससे पहले तीन बच्चों की मौत पानी से भरे गड्ढे में डूबने से हो चुकी है। कमलपुर गांव निवासी दुर्गा आदिवासी पत्नी प्रेमी आदिवासी ने बताया कि वो मजदूरी के लिए निवोदा गांव में झोपड़ी बनाकर रह रही है। गुरुवार सुबह वो बूटा सिंह सरदार के खेत पर काम कर रही थी। इसी दौरान उसकी पांच साल की बेटी पवित्रा आदिवासी अन्य बच्चों के साथ खेल रही थी।

बताया जा रहा है कि खेत में पानी से भरा एक ड्रम रखा हुआ था और ड्रम के पास एक खाट रखी थी,पवित्रा खेल खेल में खाट पर चढ गई और पानी से भरे ड्रम में सिर के बल झांकने लगी और ड्रम में सिर के बल की गिर गई।  जिसके बाद साथ खेल रहे अन्य बच्चों ने शोर मचाकर मौके पर सभी को बुलाया। बच्ची को पानी के ड्रम से बाहर निकालकर जिला अस्पताल ले जाया गया। यहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।

कोलारस एसडीएम ने किया मौके पर मुआयना

बच्ची की डूबने से हुई मौत की सूचना मिलते ही कोलारस एसडीएम अनूप श्रीवास्तव निवोदा गांव पहुंचे। यहां उन्होंने घटना का स्थल का निरीक्षण किया। उनका कहना है कि ड्रम के पास एक चारपाई रखी हुई थी। संभवत इसी चारपाई पर चढ़कर बच्ची पानी से भरे ड्रम में गिर गई। बच्ची की मौत पानी में डूबने से ही हुई है, उसके परिजनों को सहायता राशि उपलब्ध कराई जाएगी।

एक माह में चौथे बच्चे की हुई मौत

गौरतलब है कि 26 सितंबर को निवोदा की बंजारा बस्ती के रहने वाले तीन बच्चे खेलने के दौरान पानी से भरे गड्ढे में गिर गए थे। इस घटना में 10 साल नीरज पुत्र धारा बंजारा, 8 साल का संजय पुत्र कारू बंजारा और 9 साल का रवि पुत्र सरवन बंजारा की मौत हो गई थी। वहीं, गुरुवार को फिर निवोदा गांव में पानी से भरे रखे ड्रम में गिरकर एक पांच साल की बच्ची की जान चली गई है।