हार्दिक गुप्ता @ कोलारसनामा कोलारस। कोलारस जनपद पंचायत की लगभग सभी पंचायतों में जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। दर्पण पोर्टल पर फर्जी फर्मो के बिल अपलोड किए जा रहे है,वही ऐसी फर्मो के करोडो के बिल कोलारस की जनपद पंचायतों के पंचायतों में लगे है जो अस्तित्व में नही है और उनका जीएसटी तक एक्सपायर हो गया है।
कोलारस जनपद की 33 पंचायत क्रमंश:ग्राम पंचायत रूहानी, अटामानपुरा, सुआटोर, देहरोद, कोटानाका, चिवावद, खरई, मकरारा, चंदेनी, दीगोदी, कार्या, उन्हाई, राई, किलावनी, गणेशखेडा, सेसई सडक, पडौर सडक, देहरोद, अटारा, गोराटीला, भडौता, बसाई, किशनपुर, विजरावन, डोडयाई, अनंतपुर, पचावली, डगौरा, पचावला, देहरदा सडक ओर अटरूनी पंचायत की लेखा जोखा के हिसाब में आडिड टीम ने पकडी है इन पंचायतो की केशबुक में क्रेडिड-डेबिड मे गडबडी पाई गई है।
ग्राम पंचायतों के निरिक्षण के संबंध में मध्यप्रदेश शासन पंचायत एंव ग्रामीण विकास विभाग का पत्र कमांक 6636 वि 1 आडिट 2024 दिनांक 14-10-2024 उपरोक्त विषयान्तर्गत संदर्भित पत्र के क्रम में लेख है कि वरिष्ठ लेखाधिकारी वित्त भोपाल मप्र दवारा के क्रम कोलारस के जनपद सीईओ ने इन पंचायतो का एक पत्र जारी किया था।
इस पत्र के अनुसार उपरोक्त सभी पंचायत के सचिवों को 22 अक्टूबर को जनपद कार्यालय में 11 बजे अपने दस्तावेजों के साथ आडिट टीम के समक्ष उपस्थित होना था,लेकिन बताया गया है कि इन पंचायतों में केवल 10 सचिव अपना लेखा जोखा लेकर जनपद कार्यालय पहुंचे थे,बाकी अब राजनीति की दम पर इस भ्रष्टाचार को दबाना चाहते थे इस कारण वह निर्धारित समय पर ऑफिस नहीं पहुंचे है,अब देखना यह है कि अनुपस्थित रहने वाले सचिवो पर कोलारस सीईओ क्या कार्रवाई करते है।