शिवपुरी। नवरात्र पर्व को लेकर मां शक्ति के भक्तों में उत्साह है। पर्व के मद्देनजर शहर के माता मंदिरों पर रंग रोगन व साज-सज्जा का काम पूरा हो चुका है। महिलाओं व युवतियों के साथ कई युवक भी पूरे नौ दिन तक उपवास रखकर श्रद्धाभाव से शक्ति स्वरूपा मां दुर्गा की उपासना करेंगे। विशेष बात यह है कि इस बार शारदीय नवरात्र में कई विशेष योग बन रहे हैं। इस बार मां दुर्गा पालकी पर सवार होकर आएंगी।
इन मंदिरों पर रहेगी धूम
शहर में राजेश्वरी मंदिर, मां कैला देवी, बलारपुर माता मंदिर, सिद्धेश्वर मंदिर, काली माता मंदिर, जल मंदिर सहित शहर व अंचल के मुख्य माता मंदिरों पर पूरे नौ दिन हजारों की संख्या में भक्त पहुंचेगे। बलारपुर माता मंदिर पर तो मेला भी लगेगा और इस मंदिर पर दर्शन करने के लिए लोग शहर व जिले के साथ दूसरे जिलों के लोग भी आते हैं। इसके अलावा शहर में करीब दो दर्जन से अधिक स्थानों पर पंडाल लगाकर प्रतिमाएं स्थापित होंगी।
मॉ कंकालाी का दरबार:तीन में तीन रूप बदलती है माता रानी
कोलारस विधानसभा में आने वाले रन्नौद तहसील रन्नौद स्थित सिंघारई गांव में मां कंकाली धाम का अति प्राचीन स्थान है। यह प्राचीन मंदिर रन्नौद पचावली स्टेट हाइवे से दक्षिण की दिशा में तीन किलोमीटर दूर मां कंकाली धाम शक्तिपीठ सिंघारई गांव में स्थित है।
इतिहासकारों की माने तो करीब 500 साल पुराना यह मंदिर है। नवरात्रि में यहां मेले का आयोजन होता है और 9 दिन तक माई की भक्ति श्रद्धा पूर्वक की जाती है। पुजारी भगवत स्वरूप शर्मा ने बताया कि 9 दिन तक अखंड ज्योति जलती है। मंदिर में माता का रूप दिन में तीन बार बदलता है। सुबह के समय का रूप बड़ा शीतल और हंसमुख चेहरा होता है। दोपहर में एक तेज ललाट आंखों की भौंह चढ़ी हुई प्रतीत होती है, जबकि शाम को ममता मई रूप शीतल हो जाता है।