शिवपुरी। शिवपुरी जिले के करैरा न्यायालय के प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश ने सोमवार को दो आरोपियों को नाबालिग से दुष्कर्म का दोषी पाया। मामले में कोर्ट ने दोनों को 20 की जेल और 1500-1500 रुपए का जुर्माना लगाया है। मामले में शासन से पैरवी सुनील कुमार भदौरिया विशेष लोक अभियोजक ने की।
अभियोजन के मुताबिक करैरा के दिनारा क्षेत्र निवासी एक नाबालिग 16 साल की किशोरी को 17 अप्रैल 2021 को गांव का युवक वीरू उर्फ प्रमोद उम्र 19 साल पुत्र गणेश कुशवाह शादी का झांसा देकर बाइक से अपने साथ अपहरण करके ले गया था। इसके बाद वीरू ने किशोरी को अपने दोस्त विशाल उम्र 23 साल को सौंप दिया था। विशाल किशोरी को अपने साथ गुजरात के अहमदाबाद ले गया और यहां चार दिनों तक उसके साथ दुष्कर्म किया। बाद में पीड़िता जैसे-तैसे आरोपियों के चंगुल से मुक्त होकर घर आ गई थी।
परिजन किशोरी को लेकर पुलिस के पास पहुंचे जहां दिनारा थाना पुलिस ने किशोरी की शिकायत पर दोनों आरोपियों के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत अपहरण, दुष्कर्म की धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार करते हुए विवेचना उपरांत चालान कोर्ट में पेश किया। मामले में कोर्ट ने दोनों पक्षों की सुनवाई करते हुए आरोपियों को दोषी माना और दोनों को यह सजा सुनाई है।
दुष्कर्म के एक अन्य आरोपी को भी 20 साल की कैद
शिवपुरी जिले के करैरा कोर्ट ने नाबालिग के साथ दुष्कर्म के एक अन्य मामले में आरोपी को दोषी मानते हुए उसे 20 साल की कैद और 1500 रुपए जुर्माने की सजा सुनाई है। अभियोजन के मुताबिक साल 3 अक्टूबर 2022 को अमोला के ग्राम राजगढ़ अमोला निवासी गजेन्द्र उम्र 31 साल पुत्र नरहरि लोधी ने एक नाबालिग को भगाकर ले गया था।
इस दौरान आरोपी ने नाबालिग के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस ने इस मामले में आरोपी गजेन्द्र लोधी पर केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार करते हुए विवेचना उपरांत चालान कोर्ट में पेश किया। मामले में सुनवाई करते हुए कोर्ट ने आरोपी को दोषी मानते हुए उसे यह सजा सुनाई है।