SHIVPURI NEWS - अंधेरे में डॉक्टर बना रहे पर्चा, कर रहे ऑपरेशन व परीक्षण

Bhopal Samachar

पिछोर। शिवपुरी जिले के पिछोर सामुदायिक केंद्र और खनियाधाना के सैकड़ों ग्रामों के गरीब तबके के हरिजन आदिवासियों सहित खासो आम लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं दे रहा पिछोर शासकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पिछले कई महीनों से स्ट्रेचर पर है हालत ऐसी है कि दिन प्रतिदिन दम तोड़ता जा रहा है इस अस्पताल में निरीक्षण तो जिला पंचायत उपाध्यक्ष से लेकर विधायक और कलेक्टर सहित तमाम नेता जनप्रतिनिधि और आधिकारीगण कई बार कर चुके हैं उन्हें कमियां और शिकायतें मौके पर मिली भी लेकिन कार्यवाही जुमलेबाजी और चेतावनी तथा पत्र व्यवहार तक ही सीमिट कर रह गई सुधार तिल मात्रा भी नहीं हुआ भगवान भरोसे चल रहे इस अस्पताल की हालत और बद से बदतर होती जा रही है पांच विशेषज्ञ डॉक्टर की पोस्ट है पर मात्र एक डॉक्टर महिला एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ बृजेश शर्मा ही है।

वही चार मेडिकल ऑफिसर की पोस्ट है पर एक डॉ संजीव वर्मा ही है जिनके भरोसे जानता है अन्य व्यवस्था में डॉ रोहित भदकारिया को खनियाधाने से अटैच कर पिछोर में सीबीएमओ का प्रभार दिया गया है खोड, मनपुरा तथा मुहारी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों से अलग-अलग तिथियां में डॉक्टर ड्यूटी देने आते हैं नेत्र रोग विशेषज्ञ की पोस्ट तो है पर डॉक्टर नहीं वही एक्सरे मशीन तो है पर टेक्नीशियन नहीं डॉक्टर की भारी कमी और मरीजों की बड़ी संख्या होने के बावजूद सीबीएमओ डॉक्टर रोहित भदकारिया का भी ओपीडी में बैठकर मरीजों को नहीं देखते कुछ महीने पहले क्षेत्रीय विधायक प्रीतम सिंह लोधी तथा गुरुवार जिला उपाध्यक्ष अमित पड़रिया द्वारा अचानक अस्पताल का निरीक्षण किया गया।

देखा कि बेड पर गद्दे फटे हैं लोग अपने घरों से कपड़े ओड़ने बिछाने को लाकर उपयोग कर रहे हैं अस्पताल के नलों में पीने के लिए पानी नहीं है गर्मियों में तो बिना पानी के ही कूलर चलाते रहे डस्टबिन और प्रांगण गंदगी से भरे हैं तो शौचालय का भी बुरा हाल है।

अपने परिजनों का इलाज एवं डिलीवरी करने आए मरीजों व परिजन सीताबाई जाटव चंदेश लोधी कलावती रघुवीर विश्वकर्मा मुलायम लोधी आदि ने बताया कि वार्डों से लगे शौचालय बेहद गंदे हैं जिसकी वजह से बॉर्डो में बदबू आती रहती है पीने को पानी नहीं है गर्मी में बिना पानी के कूलर है वार्डों में ऊपर से पानी चू रहा है तो नीचे घुटनों तक पानी भर जाता है मैरिज बिस्तर को छोड़कर यहां वहां टेबलों पर लेटने को मजबूर है शौचालय में भी पानी न होने के कारण प्रसूता में होती है परेशान बाहर शौच के लिए बाहर जाने को मजबूर हैं वही अस्पताल प्रांगण में मौजूद सामुदायिक शौचालय में लटका रहता है ताला अमित पड़रिया जब अस्पताल में पहुंचे तो सुबह की ड्यूटी वाला डॉक्टर ही गायब था मरीज को दिए जाने वाला आहार भी मीनू अनुसार नहीं मिल रहा।


पिछोर शासकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेवल 3 अर्थात एफ आर यू फर्स्ट रेफरल यूनिट जिला अस्पताल जैसी सुविधाओं की श्रेणी में आता है लेकिन यहां जनरेटर खराब पड़ा है लाइट खराब होने या चली जाने पर घंटा अस्पताल कार्यालय ओपीडी और बढ़ अंधेरे में रहते हैं फिर उसे समय चाहे परिचय बनाए जा रहे हो मरीज देखे जा रहे हो या ऑपरेशन किया जा रहा हो मोबाइल टॉर्च के उजाले में ही होता है ऐसे में घंटों तक  कंप्यूटर आदि बंद होने के कारण जांच रिपोर्ट भी मरीज को नहीं मिल पाती है।

मनपुरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का भी बुरा हाल

1964 से ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर कार्यालय रहा मनपुरा शा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र 50 से अधिक ग्रामों के मरीज को सेवाएं देने वाला अस्पताल आज खुद बीमार है यहां दो डॉक्टर में से एक ही डॉक्टर है एक मरीज ने बताया कि वह डॉक्टर भी कभी कबार ही मिलते हैं फोन पर डॉक्टर से बात करने पर वह फोन पर ही दवाइयां और उपचार बता देते हैं उनकी ड्यूटी पिछोर भी है।

डॉ बृजेश शर्मा ने बताया कि लंबे समय तक लाइट जाने से ब्लड के खराब होने के डर से फ्रीजर से निकलकर वैक्सीन करियर मैं रखना पड़ता है यह बार-बार करना पड़ता है क्योंकि जनरेटर भी खराब पड़ा है हमेशा 2 से 5-6 यूनिट तक तो ब्लड हमें अपने स्टोर में रखना पड़ता है।

पिछोर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का बड़ा बुरा हाल है बार-बार निरीक्षण में गंभीर खामियां मिलती है सीबीएमओ डॉ भदकारिया न खुद अस्पताल में मिलते हैं न फोन ही उठते हैं वे व्यवस्थाएं संभाल नहीं पा रहे हैं जनता परेशान है यहां स्वस्थ व्यक्ति आये तो बीमार हो जाए इस संबंध में अबकी बार कलेक्टर साहब से गंभीरता से बात करूंगा।
अमित पडेरिया जिला पंचायत उपाध्यक्ष

इनका कहना हैं

अगर अस्पताल में पानी बिजली आदि अन्य व्यवस्थाओं की कमी है तो जवाबदारी सीबीएमओ की बनती है मामले की पूरी जानकारी लेकर मैं संबंधित के खिलाफ कार्रवाई करता हूं।
डॉ संजय ऋषिश्वर प्रभारी जिला स्वास्थ्य एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी शिवपुरी