शिवपुरी। शिवपुरी जिले में पिछले दिनों लगातार 48 घंटे बारिश होने के कारण नदी,तालाब और नाले लबालब हो गए। बारिश के कारण जनहानि,पशु हानि के साथ फसल भी डूब कर आधी मर गई इस बारिश ने बडी तबाही मचाई है इसके निशान अब देखे जा रहे है। 14 सितंबर से आसमान में छाए बादल लगभग गायब हो गए,सूर्य देव की किरणे भी धरती पर पहुंचने लगी है। लोग उम्मीद कर रहे है कि अब बारिश ना हो,लेकिन मौसम विभाग ने बारिश का जो पूर्व अनुमान जारी किया उससे लगता है कि बारिश में 4 दिन के अवकाश पर गई है। बारिश सरकारी अवकाश (17 सितंबर) समाप्त होने तक फिर वापस आ सकती है।
बंगाली की खाडी में नया डीप डिप्रेशन
बंगाल की खाड़ी में नया डीप डिप्रेशन एरिया (अति कम दबाव का क्षेत्र) विकसित हो गया है। यह पश्चिमी बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़ में बारिश का कहर बरपाते हुए आगे बढ़ रहा है। बुंदेलखंड होते हुए झांसी के पास गुजरेगा। 17 सितंबर को यह सिस्टम ग्वालियर चंबल संभाग में पहुंच सकता है।
मौसम विभाग ने ग्वालियर, दतिया, शिवपुरी, श्योपुर में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में 4 से 6 इंच (100 से 150 मिलीमीटर) बारिश के आसार हैं, कुछ-कुछ जगहों पर इससे ज्यादा भी पहुंच सकता है। भिंड व मुरैना में येलो अलर्ट है। दोनों जिलों में थोड़ी कम बारिश होगी। यदि सिस्टम का रुख उत्तर की ओर हो
आसमान साफ, धूप खिली तापमान सामान्य से नीचे
शनिवार से आसमान साफ हो गया। इससे धूप निकली। अधिकतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ, जो सामान्य से 2 डिग्री सेल्सियस कम रहा। तापमान सामान्य से नीचे रहने की वजह से उमस से राहत रही। न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ, जो सामान्य से 1.1 डिग्री सेल्सियस कम रहा। दिन व रात में उमस का सामना नहीं करना पड़ रहा है, लेकिन अगले दो दिन में नमी आने पर उमस बढ़ सकती है।