हार्दिक गुप्ता कोलारसनामा कोलारस। कोलारस जनपद पंचायत की पंचायतों ने अपना भ्रष्टाचार पब्लिक में उजागर होने का एक नया फार्मूला निकाला है। जिससे पब्लिक को जानकारी नहीं मिल सके कि पंचायत में क्या काम हुआ है और कितनी लागत है। वैसे तो मप्र शासन ने पंचायत में पारदर्शिता लाने के लिए पंचायत दर्पण पर बोला को अपलोड करने का नियम बनाया था लेकिन पंचायत सचिव और सरपंच ओर कोलारस जनपद पंचायत कार्यालय का स्टॉफ बिलो को पारदर्शी बनाकर अपलोड कर रहे है यह बिल इतने पारदर्शी है कि इन बिलो में क्या लिखा है इसको आप पढ नही सकते है।
प्रदेश की सरकार की मंशा थी कि सरकारी काम पारदर्शिता से हो,इसलिए पंचायत दर्पण पोर्टल पर जाकर आप और हम सब यह देख सके कि पंचायत में क्या-क्या काम हुए,कितनी लागत से हुए और कितना मैटेरियल लगा,मटेरियल के बिल पंचायत दर्पण पर अपलोड किए जाते है। इसके बाद माल सप्लाई करने वाली फर्म को ऑनलाइन भुगतान कर दिया जाता है,लेकिन पंचायत पोर्टल पर बिलो को धुंधला करके अपलोड किया जा रहा है। इस प्रकार से बिलो को अपलोड करने से इनमें स्पष्ट नहीं दिखाई देता है कि इस बिल में क्या लिखा है।
पंचायत में लगते है इस प्रकार के बिल
पंचायतो मे सबसे अधिक बिल सीमेंट,सरिया,गिट्टी और रेता के लाखों रुपए के बिल लगाए जाते है। पंचायतों में निर्माण के समय ही इन सामानों का सबसे अधिक यूज किया जाता है। शिवपुरी समाचार ने जब पंचायत दर्पण पर अपलोड बिलो को देखा तो कई पंचायतो में इस प्रकार से बिल अपलोड किए गए जिससे आपको दिखाई नहीं दे यह बिल किस वस्तु का है और कितने का है।
एक ही प्रकार के बिल और चार कामो के लिए भुगतान
पंचायत दर्पण पर एक ही बिल चार चार कामों के लिए अपलोड हो रहे है इन फर्जी बिलों से फर्जी भुगतान लिया जा रहा है। इन बिलो पर बिल क्रमांक,दिनाक खरीदा गया समान की मात्रा,दर ओर टोटल रकम एक ही प्रकार की है लेकिन काम अलग अलग दर्शाया गया है। कुल मिलाकर एक ही काम को चार जगह दिखाकर चार पर भुगतान लिया गया है। यह एक बडा फर्जी बाडा है इसमें सरपंच-सचिव और इंजीनियर सहित जनपद कार्यालय तक मिला हुआ है।
इसलिए किया जा रहा है धुंधला
ग्रामवासी जब सरपंच और सचिव से पूछते हैं कि किस सामग्री का बिल लगा है तो सचिव जवाब देते है नेट से निकाल लीजिये, जब पंचायत दर्पण पर लोग बाग देखने पहुंचते है तो वहां बिल ही धुंधला मिलता है, कुल मिलाकर भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए यह खेल खेला जाता है। यह सब आला अधिकारियों की मिलीभगत से हो रहा है।
फाइल में स्पष्ट बिल और धुंधले बिल के जैसे काम भी धुधंला
पंचायत में जब किसी भी प्रकार का बिल का भुगतान किया जाता है तो बिल अवश्य ही स्पष्ट वाला ऑफिस में पहुंचता होगा। अपलोड करते समय इन बिलो को धुंधला क्या किया जा रहा है। यह एक जांच का विषय है। कोलारस जनपद की कई पंचायतें ऐसा कारनामा कर रही है।
सभी बिलो का चेक किया जाएगा
इस मामले में जनपद पंचायत सीईओ कोलारस बृहेन्द्र गुप्ता से बातचीत की गई तो उन्होने कहा कि ऐसी पंचायतो को सूची बनाइ्र जाऐगी,जिनके दर्पण पोर्टल पर बिल धंधुले दिखाई दे रहे और इन कामों की जांच कराई जाऐगा। अवश्य ही यह बड़ी अनियमितता की ओर इशारा कर रही है।