खनियांधाना। वर्ष में एक बार मनाया जाने वाला जैन समाज का दशलक्षण महापर्व 8 सितंबर से प्रारंभ हो रहा है जो 10 दिन तक चलेगा । इस दौरान नगर के सभी जैन मंदिरों में विशेष पूजन,अभिषेक, प्रक्षाल,प्रवचनों के कार्यक्रम होंगे । इसी क्रम में इन दिनों नगर के सभी आठ जैन मंदिरों में जिनेंद्र भगवान की प्रतिमाओं का परिमार्जन किया जा रहा है इसमें युवा वर्ग विशेष उत्साह से भाग ले रहा है ।
नगर के प्रमुख तथा देश-विदेश के श्रद्धालुओं की आस्था के केंद्र नंदीश्वर जिनालय चेतन बाग में प्रतिमाओं का परिमार्जन करने आए युवाओं ने बताया कि दिगंबर जैन धर्म में जिनेंद्र भगवान की प्रतिमाएं वर्ष भर एक ही स्थान पर विराजमान रहती हैं तथा इन पर जो धूल , कण आदि लग जाते हैं उन्हें प्रतिदिन प्रक्षाल तथा अभिषेक करके दूर करते हैं तथा वर्ष में एक बार सामूहिक रूप से प्रतिमाओं को बेदी पर से अन्यत्र विराजमान कर उनका वार्षिक मंजन(परिमार्जन) करते हैं जिसमें बाजार की बनी हुई कोई चीज उपयोग ना करते हुए मात्र देसी तरीके से लौंग अथवा रीठा से उनकी सफाई की जाती है । प्रतिवर्ष यह कार्यक्रम दशलक्षण पर्व के पहले पूरा करते हैं ताकि 10 दिनों तक धर्म की आराधना अच्छी प्रकार से कर सकें ।
नगर के दोनों प्राचीन पार्श्वनाथ दिगंबर जैन बड़ा मंदिर तथा नेमिनाथ दिगंबर जैन नया मंदिर में भी युवा वर्ग उत्साह से परिमार्जन में भाग ले रहा है तथा आगामी 4 सितंबर को संभवनाथ दिगंबर जैन खिरकिट मंदिर में भी जिनेंद्र प्रतिमाओं का मार्जन किया जाएगा।