बैराड। शिवपुरी जिले के पोहरी अनुविभाग के बैराड़ थाना सीमा में आने वाले बीलबरा गाँव में निवास करने वाले एक दर्जन आदिवासियों के फर्जी तरीके से खाते खोले गए और सरकारी योजनाओं में इन खातों को लिंक कराते हुए इन लोगों के लाखों रुपए फर्जी तरीके से आहरण कर दिए। आदिवासियों ने अपने आवेदन के माध्यम से बताया कि इस पूरे कांड में बैराड थाने में पदस्थ आरक्षक इस बैक वो का साथ दे रहा है और शिकायत वापसी करने का दबाव भी बना रहा है।
जानकारी के अनुसार बीलबरा गांव में निवास करने वाले एक दर्जन आदिवासियों ने पुलिस अधीक्षक शिवपुरी के नाम एक शिकायत आवेदन बैराड थाना प्रभारी को दिया है इस आवेदन के अनुसार राजेश रावत ने ग्राम राजपुरा की बस्ती में जाकर उन्हे बताया कि आपकी कुटीरों का एवं पोषण आहार का एवं शासन से प्रचलित योजनाओं का में सर्वे करने आया हूँ। आपके कुछ कागजों की जरूरत है। हम प्रार्थी गणों से राजेश रावत ने आधार कार्ड लिये और बोला कि आपका सर्वे हो गया है।
राजेश रावत ने हमें बिना बताये फिनो बैंक में हमारे खाते निकाल दिये और फिनो बैंक के एटीएम जारी कर उन पर कई दिनों से फर्जी रुपये निकालते आ रहा है। जब हमने इसकी सूचना बैराड थाने में दी तो प्रधान आरक्षक (एचसी-11) शिरोमणि ने बिना किसी कार्यवाही के राजेश रावत से पैसे ले लिये और हमसे बोला कि आपके कुछ पैसे मेरे पास आ गये हैं आप अपने आवेदन को वापिस ले लो।
इस प्रकरण को लेकर हमने बीलबरा सरपंच को बताया तो उन्होने आरक्षक को फोन लगाया तो आरक्षक से सरपंच से भी फोन पर अभद्रता कर दी। कुल मिलाकर इस पूरे काण्ड में आरक्षक आरोपी का साथ दे रहा है। इस शिकायत के साथ आवेदको ने अपने बैंक के स्टेटमेंट भी संलग्न किए है।
शिकायतकर्ता ने बताया कि राजेश रावत एवं प्रधान आरक्षक (एचसी-11) शिरोमणि की मिलीभगत से हम समस्त प्रार्थी गणों के खाते व एटीएम तथा बैंक पास भी उन्हीं के पास रखे हुए हैं जो कि हम समस्त प्रार्थी गणों की राशि उन्हीं के द्वारा एटीएम के माध्यम से हमारी समस्त समय-समय पर आहरण कर रहे हैं।