SHIVPURI NEWS - रिश्वत की दम पर चल रहे है कोलारस में अवैध फड, केवल एक फड पर लाइसेंस

Bhopal Samachar

कोलारस नामा हार्दिक गुप्ता,कोलारस। शिवपुरी जिले के कोलारस नगर में अवैध रूप से गिट्टी,रेता एवं पत्थर के अवैध फड संचालित हो रहे है। यह सब जिम्मेदारी की मिली भगत से संभव हो रहा है। कोलारस अनुविभाग में एक केवल फड संचालक ने विधिवत फड संचालित करने की अनुमति ली है बाकी दर्जनों फड अवैध रूप से संचालित हो रहे,इस अवैध फड से जहां राजस्व की हानि हो रही है वही यातायात बाधित हो रहा है। सूत्रों का कहना है कि हर महीने जिम्मेदारी पर एक तयशुदा रकम पहुंचा दी जाती है,इस रिश्वत की दम पर यह काम धड़ल्ले से बेखौफ जारी है।


कोलारस मे सड़क के दोनों किनारों पर सरकारी भूमि पर अतिक्रमण कर फड़ों का संचालन किया जा रहा है। मिली भगत से संचालित किए जा रहे इन फड़ों के संचालकों पर गिट्टी, पत्थर एवं रेता खनिज रॉयल्टी भी नहीं होती है और न ही लाखों के कारोबार करने के बाद किसी भी प्रकार का राजस्व दिया जा रहा है। मजे की बात तो यह है कि खनिज एवं राजस्व विभाग द्वारा उक्त मटेरियल लाने वाले ट्रक, डंपर वालों की जांच कभी भी नहीं की जाती, जिससे यह अवैध कारोबार फड़ खूब फलफूल रहा है। नगर में प्रतिदिन दर्जनों से अधिक रेता, गिट्टी एवं पत्थर के ट्रक आते हैं, जिन्हें संचालित हो रहे अवैध फड़ों पर देखा जा सकता है।

नगरों के अलावा ग्रामीण अंचलों में भी फल फूल रहा अवैध फड़ो का कारोबार
तहसीलों से लगे गांवों में भी अवैध रूप से निकाली जा रही रेता के फड़ धड़ल्ले से संचालित किए जा रहे हैं। जहां लाई गई रेता को डंप की जाकर ऊंचे दामों में विक्रय किया जा रहा है। इन फड़ों पर गिट्टी और पत्थर का भंडारण भी आसानी से देखा जा सकता है । जिसे बाद में जरूरतमंदों को ऊंचे दामों में विक्रय किया जा रहा है।

कोलारस नगर मे नही है स्वीकृत खनिज व्यापारिक अनुज्ञप्तिधारी
कोलारस अनुविभाग के नगर एवं ग्रामीण अंचलों में अवैध फड़धारी तेजी से अपने पैर पसार रहे है आरटीआई कार्यकर्ता द्वारा खनिज विभाग से जानकारी ली गईं तब ज्ञात हुआ कि जिले में अड़तालीस स्वीकृत खनिज व्यापारी हैं एवं कोलारस अनुभाग में सिर्फ बामोर मे एक फड़ को स्वीकृति प्रदान की गई है जबकि इससे परे 5 दर्जन से अधिक अवैध फड़ कोलारस अनुविभाग में प्रभावी रूप से संचालित हैं जो कार्यवाही से कोसों दूर है ऐसा नहीं है कि जिम्मेदारों को इस बात की खबर न हो क्योंकि इनकी गाड़ियां प्रतिदिन वही से गुजर रही है लेकिन जिम्मेदार वहां से आंख चुरा कर निकल जाते हैं