शिवपुरी। नगर पालिका शिवपुरी में गुना-शिवपुरी के पूर्व सांसद केपी यादव द्वारा केंद्रीय मद से जनहित के लिए आवंटित किए फायर फाइटर टेंकर नगर पालिका आफिस में पहुंच गए है। इन टैंकरों को विधि के विरूद्ध समाजवाद में बाट दिया गया था,शिवपुरी विधायक देवेन्द्र जैन ने कलेक्ट्रेट में आयोजित बैठक में यह मुद्दा उठाया गया था कि सांसद निधि से आए टैंकर कहा है कि जनता बूंद बूंद पानी को तरस रही है। कहते है कि अंत भला तो सब भला अंततः वह टैंकर अब नगर पालिका पहुंच गए हैं। अब इन टैंकरों का उपयोग जनता के कंठ तर करने के लिए किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि भारत सरकार सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा जारी मार्गदर्शिका (अप्रैल-2023) में निहित निर्देशों के अनुशरण में सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना अंतर्गत भारत सरकार दिल्ली से प्राप्त आवटन से पेयजल सुविधा आमजन को उपलब्ध कराए जाने हेतु कोटेड 5 हजार लीटर क्षमता वाले दस पानी के टैंकर एमपी एग्रो के माध्यम से माह जनवरी 2024 में क्रय किए थे।
यह टैंकर पूर्व सांसद केपी यादव द्वारा वार्ड पार्षदों के माध्यम समाजो को प्रदान कर दिए गए। शहर में जल संकट ने विकराल रूप धारण किया तो 13 जून को शिवपुरी विधायक देवेंद्र जैन द्वारा कलेक्ट्रेट में आयोजित एक बैठक में इन टैंकरों को वापस नपा परिसर लाने के निर्देश दिए थे। अब सभी दस टैंकर नपा परिसर पहुंच गए हैं।
आज कलेक्ट्रेट में होगी बैठक
शहर में मौजूद जल संकट के निदान और जल प्रदाय को लेकर 9 सितम्बर को एक महत्वपूर्ण बैठक कलेक्ट्रेट में होगी। इस बैठक में कलेक्टर, विधायक, नपा के अधिकारी मिलकर इस बात पर मंथन करेंगे कि शहर के जल प्रदाय कर किस तरह से जल संकट का समाधान निकाला जाए।
आधे से ज्यादा टैंकर की मोटर गायब
सांसद निधि से प्राप्त टैंकरों को फायर फाइटर का नाम इसलिए दिया गया था कि इन टैंकरों के पीछे स्पीड और पूरी ताकत से पानी फेंकने के लिए मोटर और लेजम लगी थी। विशेष प्रकार की कोडिंग का कलर इन टैंकरों पर किया गया था लेकिन जब यह फायर फाइटर नगर पालिका में समाजवाद के चंगुल से मुक्त होकर वापस पहुंचे तो अधिकांश टैंकरों से यह मोटर गायब है और इन टैंकरों को निजीकरण करने के उद्देश्य से इनका कलर हटा दिया गया,और पूर्व सांसद का नाम हटा दिया इस कारण इन टैंकरों पर किया गया स्पेशल कलर हट गया। अब यह ना तो फायर फायटर रहे और ना ही जंग मुक्त रहे।
इनका कहना है
लोग टैंकर वापस नहीं भेज रहे थे, अंततः हम उन्हें समझाने में सफल रहे और टैंकर वापस आ गए। अब शहर में पेयजल सप्लाई करने में किया जाएगा।
इशांत धाकड़, सीएमओ, नपा।