काजल सिकरवार शिवपुरी। हमारे देश में बलात्कार की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं ऐसे में हमारे भारत की बेटियां असुरक्षित महसूस नहीं कर रही हैं। एक के बाद एक बालात्कार की घटनाऐं हमारे सामने आ रही है। निश्चित ही समाज के सामने यह बहुत बडा प्रश्न है कि इन घटनाओं को कैसे रोका जाए,इसके लिए लोगो को जागरूक करना होगा। शिवपुरी शहर में जब रूद्र डॉस क्लास की बच्चियों ने गणेश उत्सव के मंच से इस विषय का अपने डांस के माध्यम से उठाया तो लोगो की रूह कांप गई और उनकी आंखों से आंसू की धारा बहने लगी।
क्योंकि बच्चियों ने इंडिया में हुए लड़कियों के साथ बलात्कार के विषय में प्रदर्शन कर बताया। कि हमारी देश की बेटियां कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं इस प्रस्तुति को तैयार करने के लिए रूद्र चंदेलिया ने कोरियोग्राफी में कोलकाता में हुए डॉक्टर के साथ हुए रेप की घटना का प्रदर्शन किया,यह प्रस्तुति इतनी मार्मिक थी,लोगो की सोचने पर मजबूर किया,जिस घटना को सुनते ही हमारी रूह कांप जाती है उसे घटना का सटीक चित्रण जब बच्चों ने किया तो दर्शकों का मन भी उस पीड़ा से भर गया जिस पीड़ा से एक रेप पीड़िता गुजरती है। कुछ दर्शकों ने इस प्रस्तुति को देखकर आंसू धारा बहने लगी।
ऐसे किया गया बच्चियों के साथ रेप
कि कैसे इन लोगों ने उस डॉक्टर के साथ रेप किया। वहीं दूसरी घटना घर पर हुए बच्ची के साथ रेप का प्रदर्शन किया उसने बताया कि एक अंकल उसके पिता ने मिलने के लिए उसके घर आता हैं और घर पर ही रेप कर देता हैं। वहीं बताया गया कि एक कॉलेज जाते समय एक छात्रा का अपहरण कर उसका कैसे रेप किया गया यह बताया गया कि एक छात्रा को उसकी ही कॉलेज के सामने से कैसे उसका अपहरण किया गया और रेप किया गया।
8 लड़कियां और 4 लड़कों ने दी प्रस्तुति
इसके साथ ही भोपाल में हुए 8 साल की बच्ची के साथ बलात्कार कर उसको बडी बेरहमी से मार दिया जाता हैं और मंदिर परिसर में ही 13 साल की बच्ची के साथ गैंगरेप किया जाता हैं आदि ऐसी घटनाओं की प्रस्तुति बच्चियों ने प्रदर्शन कर भरे मंच पर दिखाई। वहीं इसके साथ ही वहां बैठे मंचन सील अतिथि और जनता की गर्दन शर्म से नीचे झुकी हुई नजर आई।
हमारे देश की बच्चियां ना घर में सुरक्षित हैं और ना मंदिर में
रूद्र चंदेलिया की ऐसी प्रस्तुति को देख तुरंत ही चांदी की सील्ड बच्चियों को दी गई वहीं इस प्रस्तुति में 8 लड़कियां और 4 लड़के मौजूद रहे। रूद्र ने ऐसी कोरियोग्राफी कर जनता हमारे समाज हमारे भारत देश को एक बहुत बड़ा मैसेज दिया हैं कि हमारे बेटियां ना तो कॉलेज में सुरक्षित हैं और ना ही घर में, यहां तक की मंदिर में भी सुरक्षित नहीं हैं तो कैसे भी करके कृपा इन बच्चियों के साथ हो रहे बलात्कार की घटनाओं को रोका जाये। और कुछ ऐसे नियम बनाये जाये की, कि ऐसा अपराध करने वाले आरोपियों को ऐसी सजा दी जाये। कि दूसरा कोई यह अपराध करने से पहले 1 लाख बार सोचे।
यौन तस्करी पर, समाज चुप्पी ओड लेती हैं
इसके साथ ही महिलाओं के साथ बलात्कार जैसे योन अपराध होते हैं उन्हें देह व्यापार के लिए अगवा किया जाता हैं। उनकी यौन तस्करी की जाती हैं तब समाज भी एक चुप्पी ओड लेता हैं और महिलाओं और बच्चियों को कहता हैं कि चुप हो जा, जो होना था वह हो चुका हैं अब ऐसा हर रोज तुझे करना होगा। नहीं तो तुझे जान से मार देंगे। यह महिलाओं के साथ किया जाता हैं।