शिवपुरी। जिला अस्पताल के मेटरनिटी वार्ड में सोमवार को एक महिला दर्द से तड़पती रही, लेकिन वहां पदस्थ लेडी डॉक्टर मोबाइल पर बातचीत में व्यस्त रही। चूंकि महिला का गर्भ बिगड़ जाने की वजह से उसकी डीएनसी होनी थी, लेकिन मोबाइल में व्यस्त महिला डॉक्टर उसका पर्चा दबाए बैठी रही। अपनी पत्नी को दर्द से तड़पता देख उसके पति ने जब लेडी डॉक्टर से पर्चा मांगा, तो वो उस पर बिफर पड़ी।
इतना ही नहीं उक्त लेडी डॉक्टर ने अंदर से कुंडी लगा ली। जब इस संबंध में सीएमएचओ से बात की तो उनका था कि उक्त लेडी डॉक्टर का व्यवहार खराब है। जबकि जिला अस्पताल के सीएस तो यहां तक बोले कि ऐसे ही डॉक्टर हमारे अस्पताल को बदनाम करते हैं।
शिवपुरी शहर में रहने वाली ज्योति पत्नी धर्मेंद्र प्रजापति, का पहला गर्भधारण होने के तीन माह बाद एकाएक ब्लीडिंग शुरू हो गई। महिला दर्द से तड़प रही थी, जबकि उसका पति धर्मेंद्र पर्चा बनवाकर उसे मेटरनिटी वार्ड में पदस्थ लेडी डॉक्टर रिशिका साहू ने पर्चे पर कुछ लिखा और उस पर्चे को दबाकर बैठ गई। अपनी पत्नी की बिगड़ती हालत को देखते हुए धर्मेंद्र ने जब वार्ड की नर्सों से कहा कि मेरी पत्नी की डीएनसी कर दो, तो वो बोलीं कि पहले पर्चा तो दे दो।
जब वो पर्चा लेने डॉ. रिशिका साहू के पास गया तो उसने कहा कि हम नहीं दे रहे और यह कहते हुए मोबाइल पर किसी से बात करने में व्यस्त रहीं। उधर अपनी पत्नी की लगातार बिगड़ती हालत को देखकर धर्मेंद्र ने एक बार फिर डॉ. रिशिका से पर्चा मांगा तो उसे दुत्कार कर भगा दिया तथा अंदर से कुंडी लगा दी।
इनका कहना है
ऐसे ही डॉक्टर तो नाम बदनाम कर रहे हैं डॉ. रिशिका का मरीजों के साथ व्यवहार अच्छा न होने की शिकायत पूर्व में भी आ चुकी है। ऐसे ही डॉक्टर्स की वजह से हमारे अस्पताल की बदनामी होती है। पहले तो मैं उस महिला का इलाज करवाता हूं, फिर उक्त लेडी डॉक्टर के खिलाफ भी एक्शन लूंगा। ऐसा व्यवहार तो बहुत गलत है।
डॉ. बीएल यादव, सिविल सर्जन जिला अस्पताल शिवपुरी