शिवपुरी। शिवपुरी नगर पालिका सीएमओ ने बजट की कमी से जूझ रहे संस्थान को उबारने के प्रयास तेज कर दिए है,इसी क्रम में शिवपुरी मेडिकल कॉलेज का पानी के बिल की बकाया राशि के भुगतान के लिए 80 लाख की रिकवरी निकाली है। मेडिकल कॉलेज संस्थान ने पानी का बिल आज तक जमा नहीं किया है। यह बकाया मेडिकल कॉलेज ने निर्माण के दौरान से लेकर अब तक जमा नहीं किया, जिसके चलते यह रिकवरी नोटिस दिया गया है। जबकि इस मामले में डीन का कहना है कि कॉलेज निर्माण एजेंसी पीआईयू रही। इसलिए उनके समय का पैसा उनसे लीजिए और शेष मेडिकल कॉलेज देने तैयार है।
दरअसल नगर पालिका पर शहर वासियों सहित शासकीय संस्थाओं का करोड़ों रुपया जलकर का बकाया है। जिसकी वसूली के लिए पहली बार इस तरह की पहल नगर पालिका शिवपुरी द्वारा की गई है,जिसमें मेडिकल कॉलेज को नोटिस थमाया गया है। इसमें 2019 से अब तक जलकर पर 80 लाख रुपए बकाया की रिकवरी निकाली गई है। सीएमओ इशांक धाकड़ का कहना है कि डीन ने इस राशि को जमा करने की बात कही है। वहीं मेडिकल कॉलेज डीन डी परमहंस का कहना है कि जलकर की राशि को दो भागों में डिवाइड करके नगर पालिका को देना था।
पहला भाग निर्माण एजेंसी पीआईयू का था। तब तक मेडिकल कॉलेज संचालित नहीं था। और उसके बाद 2020 के बाद जब मेडिकल कॉलेज का संचालन हुआ तो उसका पैसा मेडिकल कॉलेज भरने तैयार है। इसके लिए क्या लोक अदालत का सहारा लेंगे, जब यह सवाल डीन से पूछा गया तो वह बोले जरूर हम ऐसा करेंगे। क्योंकि इससे हमें कुछ सहायता ब्याज की छूट पर मिल जाएगी और हम अपने पूरे तथ्य भी रखेंगे कि किस तरह से दोष पीआईयू का है और मेडिकल कॉलेज पर इतना सारा बकाया निकालना ठीक नहीं है। हम नगर पालिका का पूरा भुगतान करना चाहते हैं, इसलिए सीएमओ से भी बात कर चुके हैं।
लंबे से अटके हैं 80 लाख रु
लंबे समय से नगरपालिका का 80 लाख रुपया मेडिकल कॉलेज पर बकाया था। जलकर की यह राशि वसूलने के लिए मेडिकल कॉलेज के डीन से बात हुई है।
इशांक धाकड़, सीएमओ, नगर
पालिका शिवपुरी बिल में सुधार किया जाए
हां नगर पालिका से हमारी बात हुई है और इस संबंध में हमने उन्हें बता दिया है कि पीआईयू ने यहां काम किया था। उस समय से पैसा जोड़कर दे दिया है, इसमें सुधार कर लें।
डी परमहंस, डीन, मेडिकल कॉलेज, शिवपुरी