SHIVPURI NEWS - डॉक्टर सोकर नहीं उठा,सलोनी की मौत, फिर 48 घंटे बाद छोटी बहन भी चल बसी

Bhopal Samachar

शिवपुरी। शिवपुरी जिले के स्वास्थ्य विभाग पर लगातार लापरवाही के आरोप लग रहे,मीडिया और पब्लिक से जांच की बात कहकर मामले को टाल दिया जाता है। बीते रोज नरवर क्षेत्र में 2 बच्चियो की मौत हो गई। परिजनों ने आरोप लगाया कि यह सब डॉक्टर की लापरवाही के कारण हुआ है वही इस परिवार के अभी चार लोग अभी भी बीमार है जिनका उपचार जिला अस्पताल में किया जा रहा है।

दो सगी बहनों की मौत के मामले में परिजन इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगा रहे हैं। दोनों बच्चियों के पिता प्रतिपाल ने बताया कि बड़ी बेटी सलोनी आदिवासी  उम्र 14 साल को उल्टी दस्त हुए तो गुरुवार की रात 11 बजे नरवर अस्पताल लेकर पहुंचे। स्टाफ ने भर्ती कर सलोनी का इलाज शुरू कर दिया, लेकिन रात 2 बजे सलोनी की हालत ज्यादा सलोनी। बिगड़ गई। हमने स्टाफ से कहा और परिसर में बने क्वाटर में डॉक्टरों को भी बुलाने गए। जिस पर एक डॉक्टर ने शुक्रवार की सुबह 10 बजे आकर देखने की बात कही।

लेकिन गुरुवार-शुक्रवार की तड़के 4 बजे सलोनी ने दम तोड़ दिया। इसके बाद हम बच्ची का शव लेकर घर आ गए। शनिवार की रात छोटी बेटी रबीना आदिवासी उम्र 7 साल को भी उल्टी दस्त होने लगे। हम गांव से ही टेंपो बुलवाकर इलाज कराने रात 2 बजे सीधे ग्वालियर रवाना हुए, लेकिन चीनौर के पास रबीना ने भी दम तोड़ दिया। यही नहीं परिवार के अन्य चार सदस्य भी उल्टी दस्त के शिकार हुए हैं। चारों नरवर की बजाय सीधे शिवपुरी जिला अस्पताल पहुंच गए, जहां चारों का इलाज जारी है।

यह है शोकाकुल परिवार के चार सदस्य
मृतक सलोनी व रबीना की चचेरी बहनें पायल (7) पुत्री सुखबीर आदिवासी और खुशी (3) पुत्री सुखबीर आदिवासी सहित चाची कल्लो - (30) पत्नी नीतू आदिवासी को भी रविवार को उल्टी दस्त होने लगे। दादा नब्बू आदिवासी (50) पुत्र सिरिया आदिवासी और दादी गुड्डी आदिवासी तीनों को लेकर सीधे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। रविवार की सुबह तीनों को जिला अस्पताल भर्ती कराया। यहां दादा नब्बू आदिवासी को भी उल्टी दस्त होने लगे।

दूषित पानी पीने को मजबूर
गंभीर हालत के चलते नब्बू और कल्लो को जीएमसी हॉस्पिटल रेफर कर दिया। मृतक बच्चियों का परिवार जिस कुएं का पानी पी रहा है, उसका पानी दूसरे परिवारों के लोग भी पी रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि दूसरे परिवारों में उल्टी दस्त की शिकायत नहीं है। फिर भी कुएं के पानी का सैंपल लिया है। पानी में क्लोरीनेशन व ब्लीचिंग पाउडर डलवाया है। परिवार के सदस्यों का टेस्ट करने पर मलेरिया रिपोर्ट नेगेटिव है।


रात में बच्ची की हालत बिगड़ने पर डॉक्टर क्यों नहीं आए, जांच कराएंगे
नरवर अस्पताल में सलोनी की रात में हालत बिगड़ने पर डॉक्टर क्यों नहीं आए, इसकी जांच कराएंगे। दूसरी बच्ची को परिजन ग्वालियर ले जा रहे थे, जिसकी रास्ते में मौत हुई है। परिवार के चार अन्य सदस्यों का जीएमसी व जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। प्रथम दृष्टया मामला फूड प्वाइजनिंग का सामने आ रहा है। कुएं के पानी का सैंपल टेस्ट लिया है। टीम ने पहुंचकर स्वास्थ्य परीक्षण भी किया है।
डॉ. संजय ऋषिश्वर, प्रभारी सीएमएचओ