शिवपुरी। मौसम विभाग ने 12 और 13 सितंबर को भारी बारिश का अनुमान बताया था और ऑरेंज अलर्ट जारी किया था,लेकिन अनुमान से एक दिन पूर्व 11 सितंबर से जिले में भारी बारिश हुई है। मंगलवार की शाम से 6 बजे से रिमझिम बारिश का दौर शुरू हुआ जो आठ बजे तक जारी रहा था।
बुधवार की सुबह जब लोग सोकर उठे तो भारी बारिश हो रही थी,बताया जा रहा है कि मंगलवार—बुधवार की रात को लगातार तेज बारिश हुई है। इस बारिश के कारण जहां सिंध उफनने लगी इस कारण मडीखेडा डेम के चार गेट खोलने पड़े,वही एक साधारण सा कोटा भगोरा का नाला एक वाहन को निगल गया।
आज गणेश उत्सव का पांचवा दिन हैा। शहर में लगभग 100 बड़े पंडालो में श्रीजी मंच पर विराजमान है लगातार भारी बारिश के कारण गणेश पंडालों में पानी भर गया। इस कारण समिति के सदस्य पंडालो में बैठे गणेश पंडालों पर तिरपाल को सही करते देखे गए। वही कई पंडालों में पानी भर गया है।
यह रहेगा आगे मौसम का हाल
शिवपुरी, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुर सहित गुना और अशोकनगर में 12 और 13 सितंबर को बारिश का ऑरेंज अलर्ट मौसम विभाग ने जारी किया है। बंगाल की खाड़ी में बना कम अति कम दबाव का क्षेत्र उत्तर छत्तीसगढ़ तक पहुंच गया है। यह सिस्टम भारी से भारी बारिश करते हुए आगे बढ़ रहा है। इसके असर से मंगलवार की देर शाम गरज- चकम के साथ तेज बारिश हुई। तेज हवा भी चली।
मौसम विभाग के अनुसार 12 से 13 सितंबर के बीच यह सिस्टम ग्वालियर चंबल संभाग में पहुंचेगा। इस कारण शहर सहित जिले में 12 से 13 सितंबर के बीच भारी से मध्यम बारिश के आसार हैं। कहीं-कहीं 100 से 150 मिलीमीटर बारिश दर्ज हो सकती है। यह सिस्टम बारिश करते हुए पश्चिमी उत्तर प्रदेश की ओर जाएगा।
बंगाल की खाड़ी के सिस्टम की वजह से प्रदेश सभी हिस्सों में बारिश की संभावना है। बारिश को लेकर ऑरेंज व येलो अलर्ट जारी किया गया है। 14 सितंबर तक बारिश का दौर जारी रहेगा।
डॉ वेद प्रकाश सिंह, डायरेक्टर
मौसम केंद्र भोपाल
अति कम दबाव के क्षेत्र की वजह से बारिश की अनुकूल परिस्थिति बनी हुई है। बंगाल की खाड़ी से भारी मात्रा में नमी आ रही है। गुजरात में बने चक्रवातीय घेरे से अरब सागर से नमी आना जारी है। दोनों ओर से नमी आने से भारी से भारी बारिश की संभावना है।
मानसून ट्रफ लाइन भी मध्य प्रदेश से होते हुए गुजर रही है। इससे नमी आना जारी है।
मंगलवार को अति कम दबाव का क्षेत्र छत्तीसगढ़ के बिलासपुर के पास बारिश कर रहा है। बुधवार को यह सिस्टम बुंदेलखंड के आसपास होगा। इस वजह ग्वालियर जिले में मध्यम बारिश का दौर शुरू हो जाएगा। मध्य प्रदेश में प्रवेश पर अति कम दबाव का क्षेत्र चक्रवातीय घेरे में बदल जाएगा। उसकी जो गति है, उसमें कमी आएगी।