शिवपुरी। पोहरी विधानसभा और नरवर पंचायत में आने पंचायत चकरामपुर से 14 लाख आहरण करने की खबर मिल रही है। यह पैसा हत्या के आरोप में फरार निलबिंत सरपंच दस हजार के इनामी सरपंच सूरत सिंह कुशवाह ने आहरण किया है,बताया गया है कि आहरण पंचायतो में हुए बिलो के रूप में भुगतान के लिए हुआ था। इस प्रकरण मे सबसे खास बात यह है कि जब भुगतान किया गया था उस अवधि काल में सरपंच संस्पैंड था। उक्त सरंपच चकरामपुर में सामूहिक हत्याकाण्ड में आरोपी है।
इस मामले को लेकर 5 अप्रैल को प्रमाण सहित मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद नरवर को की थी,लेकिन जनपद सीईओ ओपी प्रजापति इस मामले को दबाए बैठे है ओर शिकायर्ता पर राजीनामे का दबाब और लालच भी दे रहे हैं, शिकायत भोला भदौरिया उर्फ योगेन्द्र ने आज जिला पंचायत सीईओ से है।
भोला भदौरिया ने अपनी शिकायत में बताया है कि ग्राम पंचायत चकरामपुर द्वारा अधिकांश बिल व्हाउचर एवं सामाग्री कृय करने के झूठे बिल काव्या ट्रेडर्स जुझाई तिराहा नरवर से बनवायें जाकर फाईल में प्रस्तुत किये गये है एवं राशि आहरित की जा रही है। काव्या ट्रेडर्स ग्राम पंचायत चकरामपुर के हत्या के प्रकरण में आरोपी सरपंच सूरतसिंह कुशवाह की भतीजी की फर्म है जिससे मिलीभगत कर शासकीय राशि का गमन किया जा रहा है। उक्त सरंपच हत्या के प्रकरण में आरोपी सरपंच सूरतसिंह कुशवाह की भतीजी की फर्म है जिससे मिलीभगत कर शासकीय राशि का गबन किया जा रहा है।
जनपद सीईयो के समक्ष जागरूक नागरिक होने के नाते भ्रष्टाचार को उजागर करने के लिये कई बार आरटीाई के आवेदन देकर जानकारी मांगी जा चुकी है किन्तु जनपद सीईयों ग्राम पंचायत के साथ भ्रष्टाचार में लिप्त होने के कारण जानकारी प्रदाय नहीं की जा रही है। और प्रार्थी से जनपद सीईयों द्वारा कहा जाता है कि ग्राम पंचायत चकरामपुर के बारें में मुझसे कोई बात न की जावें। और रिश्वत देकर कार्यवाही न करने को कहा जाता है। जनपद सीईयों को दिये गये समस्त आवेदनो की छायाप्रति संलग्न है। उक्त पंचायत में लगभग 20 कार्य ऐसे स्वीकृत कराकर राशि का आहरण कर लिया है किन्तु मौके पर कोई भी कार्य नहीं है।
चकरामपुर के सरपंच को दिनांक 24 नबंवर 2023 को अनुविभागीय अधिकारी महोदय के आदेश से हत्या के आरोपों के कारण निलंबित किया गया था किन्तु निलंबन के पश्चात् भी सरपंच के अधिकारिता रहित होने पर भी ग्राम पंचायत की लगभग 14 लाख की राशि का आहरण कर राशि का दुरूपयोग कर लिया है जिसकी श्रीमान अपने स्तर से जांच उचित कार्यवाही करने का कष्ट करें।
इस मामले में जब नरवर सीईओ जनपद से बातचीत की ओर पूछा गया कि यह शिकायत आपको 5 अप्रैल को की गई थी आपने क्या कार्यवाही की,इस बार जनपद सीईओ ओपी प्रजापति बोले आप टीम लेकर आ जाए आप ही जांच कर लो। फिर पूछा गया कि कौनसे उपयंत्री जांच कर रहे है तो सीईओ जनपद भडक गए बोले की अभी आफिस में नही हूं आप जांच ही जांच कर लो,शिकायत कर्ता ने आपको सब बता दिया होगा। कुल मिलाकर इस मामले में सीईओ जनपद सीधे फस रहे है कि एक फरार आरोपी कैसे जनपद से लाखो रूपए आहरण कर सकता है।