कोलारस। श्री कृष्ण जन्माष्टमी के 15 दिन बाद राधा अष्टमी जन्मोत्सव बुधवार को मिनी वृंदावन कोलारस में श्री लाडली की महारानी राधा रानी का जन्मोत्सव राधा गोपाल व पंसारी में हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। बुधवार की सुबह तड़के 4 बजे राधा रानी का प्रकटोत्सव मनाया गया 2 क्विंटल पंचामृत से राधा रानी और कृष्ण का अभिषेक किया गया। शृंगार से राधा रानी को सोने-चांदी के जेवरात से सजाया गया। बड़ी संख्या में भक्त कोलारस पहुंचे हैं। इस मौके पर निकाले गए चल समारोह में शामिल श्रद्धालुओं पर नगर वासियों ने 10 क्विंटल पंचामृत की बरसात की।
भोर होते ही आयोजन की हुई शुरुआत
बुधवार को राधा अष्टमी के अवसर पर मिनी वृंदावन के नाम से विख्यात कोलारस नगरी के प्राचीन राधा गोपाल व पंसारी मंदिर में सुबह से ही धार्मिक आयोजन की शुरुआत हो गई। सुबह होते ही हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने राधा गोपाल जी के दर्शन किए और नगर की गलियों में प्रभात फेरी निकाली गई। इस प्रभात फेरी पर छतों पर खड़े लोगों ने भक्तों पर 10 क्विंटल पंचामृत की वर्षा की।
कोलारस की कुंज गली में हुआ राधा नाम का शोर
इस दौरान संपूर्ण कोलारस नगरी राधे-राधे नाम से गुंजायमान हो उठी। राधाष्टमी के अवसर पर नगर की साज-सज्जा करने वाले, बैंड शहनाई, कलाकारों और गायकों को गुना, बड़नगर उज्जैन, शिवपुरी, ग्वालियर व झांसी आदि शहरों से बुलाया गया। जनप्रतिनिधियों और नगर वासियों द्वारा जुलूस का जगह-जगह भव्य स्वागत किया गया। राधा चाव समिति के प्रवक्ता जगदीश भट्ट रिंकू ने बताया कि भारी बरसात होने के बाद भी भक्तों के जोश में कोई अंतर नहीं आया हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने राधा नाम का संकीर्तन कर जुलूस का आनंद लिया।
दिन भर गोपाल जी मंदिर व पंसारी मंदिर पर विभिन्न धार्मिक भजन कीर्तन का कार्यक्रम हुआ। वही शाम को सदर बाजार में चल समारोह निकाला गया जो गोपाल जी मंदिर से प्रारंभ होकर पंसारी मंदिर, तेली के मंदिर, सदर बाजार, एप्रोच रोड, एबी रोड बस स्टैंड होते हुए एबी रोड जगतपुर तिराहे पर समापन हुआ। इस दौरान मार्ग में जगह-जगह चल समारोह का भव्य स्वागत किया गया। । भाजपा के जिला उपाध्यक्ष विपिन खेमरिया व चाव समिति के प्रवक्ता जगदीश भट्ट रिंकू ने भगवान के चल समारोह का भव्य स्वागत और आरती की गई।
56 साल पहले निकला था हाथ ठेले पर विमान
बताते हैं कि 56 साल पहले इस परंपरा की शुरुआत चार पहिया के ठेले पर राधा-कृष्ण का चित्र रखकर नगर में निकाला जाता है। धीरे-धीरे इस आयोजन ने बड़ा रूप ले ले लिया। कोलारस का सदर बाजार इलाका वृंदावन की तर्ज पर बसा है। छोटी-छोटी कुंज गलियां हैं। यहां केशवाचार्य महाराज के सानिध्य के चलते यह मिनी वृंदावन कहलाने लगा है।
सुबह से शुरू हो जाते हैं आयोजन
राधा-कृष्ण को 10 क्विंटल पंचामृत से अभिषेक किया गया। इसके बाद इसी पंचामृत को भक्तों पर बरसाया गया। यह आयोजन पिछले 56 सालों से अनवरत जारी है।
पुजारी श्याम सुंदर पारीक एवं विपिन पारीक