भोपाल मध्य प्रदेश के आसमान में केवल प्रशांत में पैदा हुए तूफान के बादल नहीं है बल्कि बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से पैदा होने वाले मानसून के बादलों ने भी मध्य प्रदेश के आसमान को चारों तरफ से घेर लिया है। यानी बादलों की टोटल पांच बटालियन मध्य प्रदेश के आसमान पर हैं। India Meteorological Department मध्य प्रदेश के 36 जिलों में बाढ़ का खतरा बताया है और 11 जिलों में लगातार 48 घंटे तक घनघोर वर्षा होने की संभावना बताई है। इसलिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। इन 11 जिलों में शिवपुरी का भी रेड अलर्ट मिला है।
शिवपुरी जिले में पिछले 24 घंटे से लगातार बारिश हो रही है,इस कारण मडीखेडा डेम के 6 गेट खोलने पडे। वही बादलों ने किसानों को बर्बाद कर दिया है। पोहरी विधानसभा में फसल 80 प्रतिशत नुकसान होने की खबर मिल रही है। मौसम विभाग ने आने वाले 2 दिनों में घनघोर बारिश की आशंका जताई है।
मध्य प्रदेश मानसून - 11 जिलों में 48 घंटे तक लगातार घनघोर वर्षा होगी
मौसम केंद्र भोपाल के अनुसार, विदिशा, रायसेन, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, दतिया, श्योपुरकलां, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी जिलों में 12 सितंबर तक घनघोर वर्षा की संभावना है। जबकि विदिशा, अशोकनगर, शिवपुरी, भिंड और सागर जिलों में लगातार 13 सितंबर तक घनघोर वर्षा की संभावना है। उपरोक्त सभी जिलों में कुछ इलाकों में 204 मिली मीटर तक बारिश होगी। मौसम विभाग का कहना है कि उपरोक्त सभी जिलों में अत्यधिक भारी वर्षा होगी और कुछ स्थानों पर अति भारी से भी अत्यधिक भारी वर्षा होगी। इसलिए उपरोक्त सभी जनों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। उपरोक्त सभी जनों के कलेक्टर को निर्देशित किया गया है कि, ऐसी सभी गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया जाए, जहां मौसम के खराब होने से मानव जीवन को संकट की स्थिति बनती है। इस बार के वीकेंड को ऐसे सभी पिकनिक स्पॉट ब्लॉक कर दिए जाएं जहां पर हादसे होने की संभावना है। नागरिकों से अपनी की गई है कि, मौसम के सामान्य होने तक उपरोक्त जिलों में अपनी सभी यात्राओं को स्थगित कर दें एवं सुरक्षित स्थानों पर रहे।