भोपाल। शिवपुरी-श्योपुर जिले की सीमा पर स्थित कूनो नेशनल पार्क मे मादा चीता गामिनी के एक शावक की रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर पाया गया। 29 जुलाई को उसे इलाज के लिए चिकित्सालय में लाया गया। शावक को सघन निगरानी में रखा गया था, लेकिन सोमवार को उसकी तबीयत बिगड़ गई और इलाज के बावजूद उसकी मौत हो गई।
रीढ़ की हड्डी में था फ्रैक्चर
अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं सिंह परियोजना के संचालक उत्तम कुमार शर्मा ने बताया कि 29 जुलाई को शाम साढ़े छह बजे मादा चीता गामिनी के पांच शावकों में से एक शावक अपने शरीर के पिछले हिस्से को उठाने में असमर्थता महसूस कर रहा था और शरीर को घसीटकर चलता दिखाई दिया।
उसे परीक्षण के लिए चिकित्सालय में लाया गया। इलाज के दौरान शावक की रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर पाया गया, इसलिए उसको सघन निगरानी में रखा जा रहा था, लेकिन अचानक सोमवार को उसकी तबीयत खराब हो गई। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
निगरानी में अन्य सभी चीता और शावक
10 मार्च को मादा चीता गामिनी ने छह शावकों को जन्म दिया था। इनमें से एक शावक की मौत पांच जून को हो गई थी। कूनो में अब 13 वयस्क चीता और 12 शावक हैं। वयस्क चीतों को अन्य परजीवी संक्रमण की रोकथाम हेतु आवश्यक उपचार किया गया है। सभी चीतों की नियमित निगरानी की जा रही है।