शिवपुरी। शिवपुरी जिले में पिछले 15 दिनो से ग्रामीण क्षेत्रों में दूषित पानी पीने लगातार हैजा फैल रहा है,दूषित पेयजल से जहां बदरवास क्षेत्र मे दो मौतें हो गई वही पोहरी के कई गांवों में स्वास्थ्य विभाग की टीमो को मौके पर कैंप लगाकर उपचार करना पडा है। इस स्थिति से नगर पालिका ने सबक नहीं लिया है पिछले कई दिनो से सिंध के नल गंदा पानी उगल रहे है और सबसे बड़ी हैरानी वाली बात यह है कि नगर पालिका प्रशासन को इस बात की जानकारी नहीं है। पानी इतना गंदा आ रहा है कि बर्तन भी लाल हो रहे है।
वर्षाकाल का समय है बहने वाले और पानी ठहरने वाल
जलस्त्रोत भी गंदे हो जाते हैं, तथा मड़ीखेड़ा डैम में भी सिंध से गंदा पानी आ रही है। इस पानी को इंटेकवेल से लिफ्ट करके सतनवाड़ा स्थित फिल्टर प्लांट पर पहुंचाने के बाद उसे साफ किए बिना ही शहर में सप्लाई किया जा रहा है। यही वजह है कि शिवपुरी शहर की जनता को नलों से गंदा पानी मिल रहा है।
पाइप लाइन बदलने से पूर्व शहर में जो पानी नलों में आता था, उसे लोग पीने में भी उपयोग करते थे, लेकिन अब लाइन बदलने के बाद जब पानी की सप्लाई शहर में दी गई तो उसमें इतना गंदा पानी आया कि घरों में जिन बर्तनों में उन्हें रखा गया, वे बर्तन तक गंदे हो गए। नलों में इस तरह का पानी पांच दिन से लगातार आने से शहरवासी पीने के पानी को परेशान हैं।
अनजान पीआईसी सदस्य
नगर पालिका की पीआईसी में हुई अदला-बदली में बने सदस्य पार्षद प्रदीप शर्मा से जब पूछा कि शहर में सिंध की सप्लाई में गंदा पानी आ रहा है, तो वो बोले कि अभी तक हमसे तो किसी ने कहा ही नहीं। पार्षद बोले कि यदि गंदा पानी आ रहा है, तो हम पता करवाते हैं।
किचिन तो छोड़िए बाथरूम में यूज नही
शहर में जब भी सिंध की सप्लाई आती है तो उसे सीधे पीने के बर्तन में भरने की बजाय पहले बाल्टी में भरकर लोग देख रहे हैं। उसमें ही पानी इतना गंदा नजर आता है कि उसे पीना तो दूर नहाने में उपयोग करने से पहले भी सोचना पड़ रहा है। यदि पानी में मिट्टी होती तो वो कुछ देर बाद नीचे बैठ जाती, लेकिन यह पानी तो पूरे समय तक गंदा ही नजर आ रहा है।
आरओ वाटर कैंपर मंगवाना हुआ मजबूरी
अभी तक सिंध का पानी साफ आने की वजह से कई परिवार उसका उपयोग पीने में करते थे। लेकिन अब लंबे इंतजार के बाद जो पानी आया, वो भी इतना गंदा कि उसका उपयोग पीने के लिए नहीं कर सकते। इसलिए अब लोगों ने मजबूरी में आरओ वाटर के कैंपर घरों पर बांध लिए हैं। जिसके चलते इस महीने में शहर में चलने वाले आरओ वाटर सप्लायरों के सैकड़ों नए ऑर्डर मिल गए।
पाइप बदलने में फंस गई होगी मिट्टी
अभी पाइपों को बदला गया है, तो हो सकता है कि पाइपों में मिट्टी फंसी रह गई हो। फिल्टर प्लांट से तो पानी अच्छा आ रहा है, फिर भी मैं पता करवाता हूं कि शहर में गंदे पानी की सप्लाई क्यों और कैसे हो रही है।
महेश मिश्रा, प्रोपराइटर ओम कंस्ट्रक्शन कंपनी
बढ़वा दिया एलम-ब्लीचिंग
पानी गंदा आने की जानकारी हमें तो अभी तक नहीं थी, अधीनस्थों से पूछा तो बताया कि गंदा पानी आ रहा था तो फिल्टर प्लांट पर एलम-ब्लीचिंग बढ़ा दिया है। हम अपने ऑपरेटरों से और पता करवाते हैं। डॉ. केएस सगर, सीएमओ नपा