शिवपुरी। जिले की करैरा अनुविभाग के दिनारा थाना सीमा में आने वाले गाँव डामरौनखुर्द में रहने वाला सौरभ नामदेव अपनी पत्नी खुशबू परिहार के साथ शिवपुरी कलेक्ट्रेट में शिकायत करने आया। खुशबू व सौरभ एक-दूसरे से प्रेम करते थे तथा पांच माह पूर्व खुशबू ने अपने घर से भागकर सौरभ के साथ 3 अप्रैल 2024 प्रेम विवाह कर लिया।
खुशबू का कहना था कि मेरे पिता मुझे शराब पीकर पीटते थे और मेरे ताऊ के साथ मिलकर मुझे बेचना चाहते थे। इसलिए मैंने सौरभ से शादी करके उसे अपना जीवन साथी बना लिया, नहीं तो मैं अपनी जान दे देती। इस प्रेमी जोड़े ने शादी करने के बाद सुखी जीवन की कल्पना की थी, लेकिन ऐसा करते ही उन पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।
जान बचाता फिर रहा प्रेमी युगल, परिजन भी रिश्तेदारों के घर
बेटी के मायके वालो का ससुराल की प्रोर्पर्टी पर कब्जा
सौरभ नामदेव बैनर-पोस्टर बनाने का काम करता है। बीते 3 अप्रेल को खुशबू से प्रेम विवाह करने के बाद से ही उसका कामकाज बंद हो गया और यह प्रेमी युगल अपनी जान बचाते इधर-उधर फिर रहे हैं। खुशबू ने बताया कि मेरे परिवार वालों ने मेरी सास के साथ मारपीट कर दी तथा उन्हें घर से निकालकर उस मकान पर खुद कब्जा करके रहने लगे। अब खुशबू के सास-ससुर अपने बड़े भाई के घर रह रहे हैं। इधर यह दोनों प्रेमी- प्रेमिका भागते फिर रहे हैं।
पिता और ताऊ बेचना चाहते थे खुशबू को
सौरभ बोला कि जब खुशबू के परिवारजन ने विरोध किया तो मैं एक बार उसे उसके घर पर छोड़ आया था। खुशबू ने बताया कि जब यह मुझे छोड़कर आए तो मेरा पिता व मेरा ताऊ मुझे बेचने की फिराक में थे, इसलिए मैं फिर इनके पास आ गई। सौरभ ने कहा कि मैंने तो खुशबू की जान बचाई, नहीं तो वो मर जाती, लेकिन मुझे क्या पता था कि यहां खुद के ही जान के लाले पड़ जाएंगे।
कलेक्टर चौधरी ने भेज दिया एसपी के पास
कलेक्ट्रेट में शिकायती आवेदन दिया, तो कलेक्टर रविंद्र चौधरी ने उन्हें पुलिस अधीक्षक के पास भेजा। हालांकि एसपी आज कहीं बाहर चले गए थे। लेकिन जब एसपी अमन सिंह राठौड़ से बात की तो उन्होंने कहा कि हमने इसकी पहले जांच कराई थी, उसमें लड़की को बेचने वाला आरोप निराधार निकला था, घर किसका है और कब्जा किसने कर लिया, यह हम दिखवा लेते हैं।