SHIVPURI NEWS - पिछोर श्रावण मेला विवाद हाईकोर्ट पहुंचा, राजनीति हावी

Bhopal Samachar

पिछोर। श्रावण मेले को लेकर पिछोर नगर परिषद में चल रही खींचतान खुलकर सामने आ गई है। परिषद व पीआईसी में हरी झंडी मिलने के साथ पिछोर एसडीएम की तरफ से भी अनापत्ति लेटर जारी हो गया है। इस बीच अचानक नगर परिषद अध्यक्ष ने आपत्ति करते हुए श्रावण मेले को लेकर ग्वालियर हाईकोर्ट में रिट पिटीशन दायर कर दी है। मेला विवादों में पड़ता नजर आ रहा है।

जानकारी के मुताबिक हर साल की तरह पिछोर में श्रावण मेला आयोजित किया जा रहा है। श्रावण मेले को लेकर परिषद में 15 पार्षदों में से उपाध्यक्ष सहित 13 पार्षदों ने सहमति जताई है। इसी तरह पीआईसी के तीन चौथाई सदस्यों की तरफ से भी सहमति दी है।

इसके अलावा पिछोर एसडीएम ने अनापत्ति जारी कर दी है। श्रावण मेले का आयोजन डॉ. भीमराव अंबेडकर शिक्षा प्रसार समिति पिछोर द्वारा किया जाना प्रस्तावित हो चुका है। लेकिन नगर परिषद अध्यक्ष कविता विकास पाठक ने हाईकोर्ट ग्वालियर में रिट पिटीशन दायर कर दी है। अध्यक्ष ने रिट पिटीशन में लिखा है कि सीएमओ द्वारा बैठक नहीं बुलाई जा रही। तथाकथित अनुशंसाओं के आधार पर श्रावण मेले की अनुमति जारी कर दी है।

पिछले साल  स्थान परिवर्तन हुआ

नगर परिषद पिछोर द्वारा पिछले साल 18 अगस्त से 10 दिवसीय श्रावण मेले का आयोजन छत्रसाल स्टेडियम में पहली बार तय किया गया। मेले के लिए दुकानदार 15 दिन पहले से दूर- दराज राज्य व शहरों से आए बड़े- बड़े झूले वालों ने कई दिन की मेहनत कर अपने झूले कस लिए, दुकान सजाने की तैयारी कर ली,लेकिन विधानसभा चुनाव नजदीक होने के कारण तत्कालीन सीएम का कार्यक्रम बन गया इसलिए इस जगह को खाली कराया गया था,इसके बाद बिजासन माता पर यह मेला लगाया गया था।

तीसरी बार लगा रही है यह समिति मेला

डॉ. भीमराव अंबेडकर शिक्षा प्रसार समिति पिछोर के द्वारा तीसरी बार यह मेला लगाया जा रहा है। बताया जा रहा है कि सन 2018 और 2019 में यह मेला इस समिति ने लगाया था इस बार भी यह समिति ही इस मेले की आयोजन कर्ता है। इस बार मेला पुलिस परेड ग्राउंड और छत्रसाल स्टेडियम में लगाया जा रहा है।

समिति के अध्यक्ष  बीजेपी नेता कौशल किशोर भार्गव का कहना है कि इस बार मेले का आयोजन हमारी समिति करा रही है यह मेला वर्षों से पिछोर में लगता आया है मेला हमारी परंपरा और संस्कृति है कुछ कतिपय लोगों के कारण हम हमारी विरासत को उजड़ने नही देंगे,पिछोर की बेटियां अपने ससुराल से सावन के समय अपने घर आती है मेले में उनकी मुलाकात भी हो जाती है,इसी सामाजिक उद्देश्य से हमारी यहां श्रावण का मेला लगाया जाता है।