काजल सिकरवार शिवपुरी। भारत देश में कई तरह की अनोखी मान्यता है,कुछ इस प्रकार की हैरत में डाल देनी वाली मान्यता शिवपुरी सर्किल जेल के परिसर में भोपाल समाचार के कैमरे में कैद की है। बीते रोज रक्षा बंधन का त्यौहार था और जेल में बंद बंदियों की बहने अपने भाइयों को राखी बांधने आई थी,जब वह अपनी भाईयो से मिलकर वापस जा रही थी उस समय जेल का दंडवत प्रणाम कर रही थी,कुछ महिलाओं ने एक बार नहीं लगभग पांच बार दंडवत प्रणाम किया।
नरवर की रहने वाली रामभरोसी बाई सर्किल जेल के मुख्य द्वार से निकली तो जेल मुख्य मुख की ओर दंडवत परिक्रमा लगा रही थी,रामभरोसी बाई के साथ एक महिला भी उनके पीछे से ही ऐसा करते आ रही थी। शिवपुरी समाचार की टीम ने राम भरोसी बाई से इस विश्य में बात की तो उन्होने बताया कि यह तो मातेश्वरी है मेरे पति की रक्षा कर रही है।
कहते है कि जेल की दंडवत प्रणाम करने से हमारे पति सुरक्षित रहेंगे और जल्द ही यह जेल मातेश्वरी उन्है यहां से मुक्त कर देगी। रामभरौसी बाई के साथ परिक्रमा लगा रही एक और महिला कुसमा निवासी मगरौनी ने बताया कि उसका भाई रामसिंह यहां पिछले एक साल से बंद है और रक्षाबंधन के दिन है इसलिए भाई को राखी बांधने आई हूं।
मेरी सास ने बताया था कि जेल को लेटकर प्रणाम करने से तुम्हारा भाई इसमें सुरक्षित रहेगा और जल्दी ही जेल से छूट जाऐगा। आज भाई के लिए मैंने यही दुआ की है कि वह जल्दी ही इस जेल से निकल जाए।