शिवपुरी के जिले केदारनाथ में फंसे श्रद्धालुओं पहला फोटो आया सामने,सभी सुरक्षित बदरवास। केदारनाथ में फंसे बदरवास कस्बे के श्रद्धालुओं को तीन दिन के रेस्क्यू के बाद एनडीआरएफ की टीम ने सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है। तीन श्रद्धालुओं को 48 घंटे बाद रेस्क्यू कर सुरक्षित निकाला। ज्ञात रहे कि बदरवास से 59 श्रद्धालु 24 जुलाई को बद्रीनाथ में 4 अगस्त से होने वाली कथा में शामिल होने गए थे।
इस दौरान श्रद्धालु केदारनाथ दर्शन के लिए गए तभी 31 जुलाई की रात्रि को बादल फटने से रास्ते टूटकर ढह गए और वे बीच में फंस गए थे। इस दौरान तीन दिन में एनडीआरएफ की टीम ने 56 श्रद्धालुओं की हेलीकॉप्टर से सुरक्षित पहुंचाया। तीन लोगों को गौरीकुंड से रेस्क्यू कर निकाला।
गौरीकुंड में फंसे लोगों का टूट गया था संपर्क
गौरीकुंड पर गिर्राज बंसल, ऋषि बैरागी व विनोद तीनों 31 जुलाई से फंसे थे और इनका परिजन से संपर्क भी टूट गया था। जब बात नहीं हुई तो परिजन व्यथित हो गए तथा मदद की गुहार लगाई। शिवपुरी कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी इस दौरान लगातार एनडीआरएफ की टीम से बात कर रहे थे। फंसे लोगों के परिजन आशा बंसल व अर्पणा त्यागी से जब एनडीआरएफ की टीम की बात हुई, तब उन्होंने राहत
की सांस ली।
यह लोग फंसे थे
सुशील बीना बंसल, द्वारका कौशल्या सोनी, नन्नू सुमन फूलवती चौरसिया, गिर्राज आशा बंसल, बनवारी शारदा ग्वाल, कृपाण सिंह, श्यामबाई, अनामिका यादव, प्रदीप, ममता, मोहनी सेन, आनंद बिंदल,कृष्णगोपाल किरण शर्मा, श्याम राजकुमारी, देवा सोनी, श्याम मोदी, लक्ष्मीबाई, मुन्नी सिंघल, राधे सीमा चौधरी, विनोद शीला गोयल, विनोद राधाबाई, हित शरण गिरिजा बोहरे, हरि पिंकी अग्रवाल, अशोक किरण अग्रवाल, मनमोहन शर्मा, अशोक, संतरीबाई, सुनीता लुकवासा वाले, पवन सिंघल, राजकूमारी शिवानी शर्मा, विजय नामदेव, शारदा चौरसिया, साहिल, ऋषि अर्पणा बैरागी, महेश भावना शुक्ला, रामू प्रजापति, सलमान खान, सुनील हलवाई और तीन हलवाई के सहायक शामिल हैं।