शिवपुरी। शिवपुरी जिले में वर्तमान समय 317 स्कूल काम मांग कर रहे है,या सीधे शब्दों में कहे तो यह स्कूल अब बच्चों के लिए खतरा बन चुके है लेकिन सरकार के पास बजट नही है पिछले साल 172 स्कूल की मरम्मत के लिए डीपीसी कार्यालय शिवपुरी ने बजट मांगा था लेकिन बजट नही मिला,इसी बजट के अभाव में एक स्कूल की छत भरभरा कर गिर गई।
जानकारी के अनुसार कोलारस विकासखंड के पनवारी गांव में पनवारी गांव में शासकीय प्राथमिक विद्यालय के भवन का निर्माण वर्ष 2003-04 में कराया गया था। इस विद्यालय में करीब 60 छात्र-छात्रा अध्ययन करते हैं। जिन्हें पढ़ाने के लिए तीन शिक्षक नियुक्त किए गए हैं। यह घटना रविवार की रात की बताई गई है। जिस कमरे की छत गिरी उस पर करीब दो साल पहले जल योजना के तहत ईंटों की टंकी बनवाकर उसमें प्लास्टिक की टंकी रखवाई गई थी।
ग्रामीणों की माने तो स्कूल के भवन निर्माण में लापरवाही बरती गई। निर्माण के दौरान कम और घटिया किस्म के सरिया और सीमेंट का इस्तेमाल किया गया। छत पानी की टंकी का भी वजन नहीं सह सकी। जिससे यह घटना घटित हो गई।
पिछले दस वर्षों से नहीं मिली मरम्मत की राशि
इस मामले में डीपीसी डीएस सिकरवार का कहना है कि पिछले दस वर्षों से विद्यालयों के लिए मरम्मत की राशि विभाग को नहीं मिली है। पिछले वर्ष तत्कालीन डीपीसी द्वारा जिले के 172 स्कूलों की मरम्मत के लिए प्रस्ताव बनाकर भेजा था। लेकिन किसी भी स्कूल की स्वीकृति नहीं दी गई।
बीते रोज सूचना मिली है कि जिले के 24 स्कूलों के लिए मरम्मत की राशि स्वीकृत हुई है। इसके अतिरिक्त इस बार जिले के 317 स्कूलों के मरम्मत का प्रस्ताव भी उनके द्वारा भेजा जा चुका है,?कुल मिलाकर इस घटना के बाद में पनवारी गांव के ग्रामीण अब बच्चों को स्कूल भेजने से कतरा रहे है।