SHIVPURI NEWS - पोहरी विधायक को खाने में मिली जेल जैसी पतली दाल, कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास

Bhopal Samachar

शिवपुरी। शिवपुरी जिले के पोहरी विधानसभा के विधायक कैलाश कुशवाह जमीन पर उतर कर हालातो नजर रखने की कोशिश करते है,लगातार विधायक कुशवाह जन दरबार लगाकर जनता की समस्याओं के निराकरण करने की कोशिश करते है बीते रोज पोहरी विधायक कैलाश कुशवाह ने कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास सतनवाड़ा का औचक निरीक्षण किया,इस निरिक्षण में छात्राओं से कैलाश कुशवाह को कई खामियां मिली।

यातनाओं को बताने के दौरान छात्राओं के आंसू निकल पडे

निरीक्षण के दौरान जब विधायक ने छात्राओं से बात की तो छात्रावास में दी जाने वाली यातनाओं के कारण छात्राओं के आंसू निकल पड़े। छात्राओं ने जब कुछ बताना चाहा तो हास्टल के स्टाफ ने आंखें दिखाकर शांत कराने का प्रयास किया। इस पर विधायक कुशवाह ने हास्टल के स्टाफ को वहां से भगा दिया। इसके बाद छात्राओं ने बताया कि छात्रावास में उनसे पीने और नहाने का पानी भरवाया जाता है।

इसके अलावा हास्टल का झाड़, पोंछा भी छात्राओं से ही करवाया जाती है। छात्राओं ने यहां तक बताया कि उनसे कपड़े भी धुलवाए जाते हैं। बच्चों ने खुलकर स्वीकार किया कि छात्रावास अधीक्षिका कभी भी हास्टल में नहीं रुकती हैं और उन्हें सड़े हुए फल खाने को देती हैं। कुछ छात्राओं ने यहां तक बताया कि उनको नाश्ते में जो पोहा दिया जाता है उसमें इल्ली और कीड़े निकलतेहैं। यह नाश्ता उन्हें जबरन खिलाया जाता है। कुछ छात्राओं ने छात्रावास में उनके साथ मारपीट करने की बात भी विधायक को बताई।

छात्रावास नहीं जेल है: विधायक

विधायक कुशवाह ने निरीक्षण को लेकर मीडिया को बताया कि उक्त छात्रावास सुदूर गांव की बच्चियों को बेहतर शिक्षा देने के लिए बनाए गए हैं, परंतु जो कुछ छात्रावास में देखा उसे देखकर तो वह मुझे वह छात्रावास कम और जेल अधिक नजर आई। जहां छात्राओं को पढ़ाने के नाम पर यातनाएं दी जा रही हैं। विधायक का तो यहां तक कहना है कि जो हालात इस छात्रावास में मिले हैं उसने विभाग के अधिकारियों की कार्य प्रणाली को कर में खड़ा कर दिया है जिनके ऊपर छात्रावासों के निरीक्षण और संचालन जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि संभा उन अधिकारियों तक भी इस कमीशन पहुंच रहा होगा। 

पतली दाल और रोटी, विधायक की थाली में चावल ज्यादा

विधायक ने छात्राओं से बातचीत के बाद जब हॉस्टल की किचिन का निरीक्षण किया तो विधायक के अनुसार उन्हें बताया गया कि चार सब्जियां, दाल, चावल, रोटी आज के खाने में बनाया गया है। इस पर विधायक ने रसोईया से कहा कि चलो उनके लिए थाली लगाओ तो रसोईया के झूठ की पोल खुल गई। खाने में सिर्फ पानी पतली दाल और रोटी व चावल मिले। छात्राओं ने विधायक को बताया कि वो तो आप आ गए इसलिए इतनी जल्दी यह खाना बन गया, नहीं तो समय पर खाना भी नहीं बनता है। खास बात यह है कि जब विधायक के साथ कुछ छात्राओं को खाना खिलाया जा रहा था तभी उनकी थाली से चावल गायब नजर आए।