कोलारस। शिवपुरी जिले की कोलारस जनपद के बैडारी गांव में बना पॉल वाला तालाब फूट गया। बताया जा रहा है कि तालाब के फटने से उसका आधा पानी खाली हो गया। यह तालाब ग्राम पंचायत ने मनरेगा योजना में आठ साल पूर्व बनाया गया था जब इस तालाब की लागत 6 लाख रुपए बताई जा रही है इस तालाब के भराव क्षेत्र लगभग 12 बीघा है। यह तालाब दूसरी बार टूटा है स्थानीय ग्रामीणों की पानी को लेकर चल रही राजनीति के करण इस तालाब को फोडने कर खाली करने की बात सामने आ रही है।
जानकारी के अनुसार कोलारस के जनपद के बेडारी गांव मे चार पूर्व बनाया गया मनरेगा के तहत एक तालाब बनाया गया था,इस तालाब की लागत 6 लाख रुपए थी और इस तालाब को मुख्य रूप से पशुधन के पेयजल के लिए बनाया गया था।
जानकारी मिल रही है कि इस गांव के पोल वाले तालाब की दस फुट मोटी और 6 फीट चौडाई में से अचानक आज सुबह ग्रामीणों ने पानी को निकलते देखा। इस कारण इस तालाब के पास बने खेतों की फसलें डूब गई। बताया जा रहा है कि इस तालाब के भराव के कारण कुछ लोग परेशान थे पिछले साल इस तालाब को कम भरने के लिए इसका विरोध करते हुए कोलारस एसडीएम को भी आवेदन सौंप गए थे।
जानकारी मिल रही है कि इस तालाब के पूर्ण भरने के कारण सरकारी भूमि डूब जाती थी,इस सरकार भूमि पर गांव के कुछ लोगों का कब्जा है,इस कारण वह इस तालाब के भराव का विरोध कर रहे थे। अनुमान लगाया जा रहा है कि यह तालाब अपने आप नहीं टूटा है इस तालाब को फोडा गया है।
इस मामले कोलारस एसडीएम अनूप श्रीवास्तव का कहना हैं कि उन्हें तालाब फूटने की सूचना मिली हैं। तालाब की पार फोड़ी गई या स्वत: ही फूटी हैं इसकी जानकारी जुटाई जा रही हैं। तालाब से पानी निकलकर जंगल की ओर बह रहा हैं। जिससे किसी को कोई नुकसान नहीं हुआ हैं।इस तालाब के पानी से ग्रामीणों की करीब 1000 बीघा जमीन सिंचित होती हैं। इस तालाब में सनवारा, राई, बूढी राई, बेधारी, कांकरा सहित अन्य गांव का बारिश का पानी एकत्रित होता हैं।