शिवपुरी। शिवपुरी शहर में 5 दिन बाद सिंध की सप्लाई शुरू हुई तो नलों से गंदा पानी निकालने लगा,लोगो ने इस पानी को भरना शुरू किया तो घरों में पहुंचा पानी इतना गंदा था कि उसमें से झाग निकल रहे थे। गंदा व बदबूदार पानी आते ही लोगों में निराशा छा गई, क्योंकि जो पानी सप्लाई हुआ, उसे तो कपड़े धोने व नहाने में भी उपयोग नहीं कर पा रहे हैं। यह हालात पिछली बार भी बने थे, जब सप्लाई रोकने और पाइप बदलने के बाद जब शहर में पानी आया था।
जांच टीम को भी मिली थी गंदे पानी की सप्लाई
नेशनल पार्क एरिया में पाइप बदलने के लिए जब सप्लाई रोकने के आठ दिन बाद पानी दिया था, तो पहले दिन से लेकर आखिरी दिन तक गंदा पानी ही शहर में सप्लाई हुआ था। मीडिया के द्वारा मामला उठाए जाने के बाद बीते 22 अगस्त को शिवपुरी एसडीएम उमेश कौरव के नेतृत्व में गंदे पानी की जांच करने के लिए शहर में टीम घर-घर पहुंची थी।
फिजिकल पर काली माई मंदिर एरिया में पानी की सप्लाई के दौरान जब टीम पहुंची थी, तब भी लोग नलों से गंदा पानी भर रहे थे। उस दौरान प्रशासन ने पानी का सैंपल लेने के बाद पंचनामा भी बनाया था कि शहर में गंदे पानी की सप्लाई हो रही है। बावजूद इसके अब फिर से शहर में हो रहे पानी की वही स्थिति है। ऐसे में पांच दिन बाद पानी की सप्लाई आने के बाद भी लोग पानी के लिए दिनभर परेशान रहे।
टंकी का पानी भी हो गया गंदा
शुक्रवार की सुबह जब लंबे इंतजार के बाद नल आए तो बिना पानी को देखे, लेजम सीधे ही टंकी में लगा दी। कुछ देर बाद नल चले गए और जब नहाने के लिए टंकी का नल खोला तो उसमें झाग वाला गंदा पानी देखकर मूड खराब हो गया। उस पानी को फेंक कर ड्रम के पानी से नहाए।
अनुग्रह सिंह, सिटी सेंटर कॉलोनी
कपड़े धोने की भी इच्छा नहीं हो रही
आठ दिन बाद फिजिकल क्षेत्र में सिंध की सप्लाई आई, तो बहुत खुशी हुई, लेकिन जब पानी देखा तो मन उदास हो गया। क्योंकि पानी इतना गंदा था कि उसे नहाने में उपयोग करना तो दूर कपड़े धोने की भी इच्छा नहीं हो रही।
अर्चना सिंह, फिजिकल शिवपुरी
मैं खुद जाऊंगा फिल्टर प्लांट पर देखने
सिंध की सप्लाई में गंदे पानी की बात मेरे पास भी आई थी। हमसे जिलाधीश ने भी इस संबंध में देखने के लिए कहा है। चूंकि पाइप बदले हैं तो मटमैला पानी आने की बात कर्मचारी कह रहे हैं। लेकिन मैं कल खुद ही फिल्टर प्लांट जाकर वहां की स्थिति देखूंगा। इशांक धाकड़, सीएमओ नपा