शिवपुरी। शिवपुरी शहर में वर्तमान में एक सैकड़ा से अधिक प्लॉट गायब हो चुके है एक प्लॉट को बैंक ही तलाश करने पहुंचा तो पता चला की उसके पहले से ही 2 मालिक है, शिवपुरी शहर में एक सैकड़ा लोग ऐसे जिनके हाथ में रजिस्ट्री है लेकिन उनके धरातल से प्लॉट गायब है प्लाट बेचने वाले के पास पहुंचते है तो वह रुपए वापस करने या और की प्लाट दिलाने की बात करता है,जो परेशान हो जाता है वह पुलिस के पास पहुंचता है,बड़ी मुश्किल से एफआईआर हाथ मे आती है उसके बाद ही भी विधिवत रजिस्ट्री कराने वाले को प्लाट मिलता है और ना ही पैसा,केवल हाथ में रह लाखों रुपए वाली एफआईआर।
लुकवासा वाले विजय जैन का प्लाट गायब
लुकवासा निवासी विजय जैन ने पटवारी हल्का नंबर झींगुरा में सर्वे नंबर 48 में 1935 वर्गफीट का प्लॉट 2.95 लाख रुपए में शिवशंकर गोयल से 14 मार्च 2013 में खरीदा था। जब वो 2023 में प्लॉट पर मकान बनाने गए, तो अखिलेश लोधी व अर्जुन लोधी निवासीगण मामोनी खुर्द ने अपना प्लॉट बताकर उन्हें रोक दिया।
शिवशंकर गोयल पहले तो प्लॉट देने की बात कहते रहे, लेकिन बाद में वो पैसा व प्लॉट दोनों देने से इंकार करने लगा। एसपी के निर्देश पर चार माह पूर्व फिजिकल थाना पुलिस ने शिवशंकर गोयल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली, लेकिन चालान पेश नहीं किया। विजय जैन के पास रजिस्ट्री है, थाने की एफआईआर है, लेकिन न प्लॉट मिला और न पैसा।
शिक्षक कल्पना व्यास का 11 लाख का प्लाट धरातल पर नहीं
शासकीय शिक्षिका कल्पना व्यास ने अपनी नौकरी में रहते हुए आशियाने की व्यवस्था करने राजीव गुप्ता व संजय गुप्ता से 11.35 लाख रुपए प्लॉट खरीदा, रजिस्ट्री भी करवा ली। मकान बनाने के लिए पैसों की व्यवस्था होने पर जब वो मकान बनाने गई तो उस प्लॉट पर कोई और काबिज था। बाद में पता किया तो वहां उनका कोई प्लॉट ही नहीं है। उन्होंने राजीव गुप्ता व संजय गुप्ता के खिलाफ धारा 420 का मामला दर्ज करा दिया। लेकिन न प्लॉट मिला न पैसे और उनकी जिंदगी भर की जमा पूंजी बर्बाद हो गई।
जिस प्लॉट पर लोन लिया, वो नहीं मिला बैंक को
फिजिकल निवासी बृजेश गुप्ता ने गुना नाका फोरेस्ट चौकी के पास वर्ष 1998 में 30 वाई 50 का प्लॉट लेकर उसकी रजिस्ट्री कराई थी। उस रजिस्ट्री पर बृजेश ने एसबीआई बैंक से 3 लाख रुपए का लोन ले लिया। बैंक के अधिकारी जब प्लॉट का निरीक्षण करने गए तो वहां मुकेश जैन ने आकर यह कहते हुए रोक दिया कि यह प्लॉट तो मेरा है। बात में पता चला कि उक्त प्लॉट दो लोगों को पूर्व में बेच दिया गया। 10 लोगों के खिलाफ धारा 420 के तहत डेढ़ साल पूर्व एफआईआर दर्ज करा दी। फिलहाल बृजेश के पास रजिस्ट्री है, लेकिन प्लॉट नहीं।
एक दर्जन मामले दर्ज, कार्रवाई कोई नहीं
शिवपुरी शहर में जमीन कारोबारी के रूप में उभरे राजीव गुप्ता के खिलाफ जमीन में धोखाधड़ी करने के अभी तक एक दर्जन मामले दर्ज हो गए। पुलिस ने हर बार धारा 420 के तहत मामला तो दर्ज कर लिया, लेकिन भूमाफिया राजीव गुप्ता के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। वो अभी भी खुलेआम घूम रहा है और उसके द्वारा ठगे गए लोग हाथ में एफआईआर और रजिस्ट्री लिए भटक रहे हैं,बताया जा रहा है कि पुलिस राजीव गुप्ता के हर आवेदन पर एफआईआर करे तो आधा सैकड़ा एफआईआर राजीव गुप्ता पर हो सकती हैं।
तहसीलदार के हस्ताक्षर से कर लिया नामांतरण
शिवपुरी तहसीलदार सिद्धार्थ शर्मा के नाम से फर्जी हस्ताक्षर करके नामांतरण भी कर लिया। मामला सामने आने के बाद जब तहसीलदार ने कोतवाली में अज्ञात पर मामला दर्ज कराया, तो उसके तीन दिन बाद एक और फर्जी नामांतरण तहसीलदार के नाम से फर्जी हस्ताक्षर करने का सामने आया। दोनों मामलों में तहसीलदार शिवपुरी ने अज्ञात के खिलाफ धारा 420 का मामला दर्ज करा दिया। इसमें भी अभी तक कुछ नहीं हुआ।
जमीनों के मामलों को गंभीरता से ले रहे
शिवपुरी में जमीनों की गड़बड़ियां किए जाने की शिकायतें अधिक आती हैं। जिसमें अधिकारियों के फर्जी हस्ताक्षर करके फर्जी नामांतरण तक कर लिए गए हैं। हमने राजस्व अधिकारियों से कहा है कि जमीन के हर मामले को गंभीरता से लें तथा उसकी पूरी बारीकी से जांच करें। जमीनों की गड़बड़ियां करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। रविंद्र चौधरी, कलेक्टर शिवपुरी