SHIVPURI NEWS - फर्जी नामांतरण का मामला फिर आया सामने, इस नामांतरण का अमल भी हो गया

Bhopal Samachar
शिवपुरी। राजस्व विभाग के आरसीएमएस पोर्टल पर निरस्त प्रकरण क्रमांक पर ही फर्जी आदेश निकालकर जमीन खुर्दबुर्द की जा रही हैं। शिवपुरी तहसील के बाद अब करैरा तहसील में इसी तरह का मामला सामने आया है। तहसीलदार करैरा ने जिस नामांतरण प्रकरण को निरस्त कर दिया, उसी प्रकरण क्रमांक पर तहसीलदार के नाम से ही दूसरा फर्जी आदेश तैयार हो गया। इसी फर्जी आदेश से राजस्व रिकार्ड में ऑनलाइन नामांतरण भी हो गया है।

जानकारी के मुताबिक करैरा नगर से लगे पटवारी हल्का कलोथरा में सर्वे नंबर 1000 में तीन भाई व तीन बहनों के फौती नामांतरण का आवेदन करैरा तहसील में भैयालाल जाटव के नाम से एमपी ऑनलाइन के जरिए दर्ज हुआ था।

मौजूदा तहसीलदार ने 16 फरवरी 2024 को आवेदक के गैरहाजिर रहने व मूल दस्तावेज प्रस्तुत नहीं करने की वजह से नामांतरण प्रकरण निरस्त कर दिया। व तहसीलदार ने 16 फरवरी को प्रकरण क्रमांक 2408/अ-6/2023-24 निरस्त किया, व लेकिन इसी प्रकरण क्रमांक 408/अ-6/2023-24 का दूसरा आदेश सामने आया है।

इस आदेश में नामांतरण व स्वीकृत कर दिया है। यही नहीं इस दूसरे आदेश का राजस्व रिकार्ड में खसरे में अमल भी किया जा चुका है। जिसमें स्वर्गवासी पिता शिवुआ जाटव की जगह वारिस बेटे भैयालाल जाटव, इमरत जाटव, रामरस जाटव, सरूपी जाटव, कल्लो जाटव और बिल्ला जाटव का नामांतरण हुआ है। ठीक इसी तरह का मामला शिवपुरी में भी सामने आ चुका है। शिवपुरी तहसीलदार ने सिटी कोतवाली में अपराध पंजीबद्ध कराया है।

कल्लो जाटव के बेटे व अन्य लोगों ने पटवारी से बातचीत की, जिसके वीडियो बनाया हैं। तीन वीडियो की रिकॉर्डिंग के साथ एसडीएम करैरा कसे शिकायत की है। वीडियो सौंपकर दावा किया है कि पटवारी ने अपनी पत्नी के नाम से कल्लो बाई की जमीन का 10 लाख रु. बीघा में सौदा किया है। किसी अन्य से इसी जमीन का 15 न लाख रु. बीघा में सौदा कर 10 लाख रु. का मुनाफा कमा लिया। एसडीएम मामले की न जांच करा रहे हैं।

पटवारी के खिलाफ एसडीएम से शिकायत, 10 लाख रु. हड़पने का आरोप कलोथरा हल्का पटवारी हरीप्रसाद आदिवासी के खिलाफ किसान नेता मानसिंह फौजी ने करैरा एसडीएम से शिकायत की है।

मानसिंह फौजी का कहना है कि एक वारिस महिला कल्लो जाटव को गुमराह करके पटवारी ने उसके हिस्से की 2 बीघा 3 बिस्वा जमीन का विक्रय पत्र संपादित करा लिया है। फोरलेन हाईवे से लगी उक्त जमीन 10 लाख रु. बीघा में सौदा कराकर किसी अन्य को 15 लाख रु. में बेच दी है। इस तरह करीब 10 लाख का पटवारी ने हेरफेर किया है। इधर पटवारी हरीप्रसाद आदिवासी का कहना है कि मेरे द्वारा किसी तरह का फर्जी नामांतरण आदेश तैयार नहीं किया है।