शिवपुरी। शिवपुरी जिले पर इस साल इंद्रदेव मेहरबान हुए है,केवल करैरा में कटौती कर दी,यहां इंद्र ने करैरा में बादलों को रेड-लाईट कर दी,जिससे वह रुक गए,इस कारण करैरा के जलस्त्रोत खाली रहे गए है। अगर आंकड़ों की बात करे तो करैरा तहसील में सबसे कम 690.50 मिमी बारिश हुई है, जो औसत बारिश से 135.53 मिमी कम है,वही शिवपुरी जिले का औसत बारिश का आंकड़ा पार हो चुका है,इस कारण केवल करैरा के तालाब नही भरे है बाकी शिवपुरी जिले के 65 तालाब में से करैरा के एक दर्जन तालाब अभी खाली है,आइए पढते तालाबो के वाटर लेवल का गणित
शिवपुरी जिले के जल संसाधन के 65 तालाब है। इनमें से लगभग 12 तालाब करैरा क्षेत्र मे है,शिवपुरी शहर के नजदीक स्थित चांदपाठा व घसारही तालाब भी फुल हो गए तथा घसारही का ओवरफ्लो पानी झरने की तरह बह रहा है। वहीं जिले में जल संसाधन के चारों मध्यम तालाब भी लबालब हो गए, जिनमें शामिल अकाझिरी तालाब का फुल लेवल 125 मीटर है, जो वर्तमान में 124.81 मीटर है, पारौच तालाब का फुल 156.56 मीटर है, तथा वर्तमान में लेवल 155.13 मीटर, बुधना तालाब का फुल लेवल 103 मीटर, वर्तमान में लेवल 102.40 मीटर एवं महुअर तालाब का फुल लेवल 331 मीटर की जगह अभी 330.35 मीटर लेवल है। पोहरी एवं बैराड़ के बीच मौजूद पचीपुरा तालाब एवं बैराड़ तालाब भी फुल हो गया है। इसके अलावा कोलारस एवं बदरवास क्षेत्र के सभी तालाब अगस्त माह में लबालब हो गए।
खनियाधाना में कम बारिश लेकिन पिछोर की कृपा रही
शिवपुरी जिले की खनियाधाना तहसील में भी औसत बारिश से 62.3 मिमी वर्षा कम हुई है, लेकिन पिछोर तहसील में हुई 910 मिमी बारिश ने अपने साथ खनियाधाना के तालाबों को भी भर दिया। खनियाधाना का बुधना तालाब भी 90 फीसदी से अधिक भर चुका है। पिछोर के भी सभी तालाब लबालब है।
करैरा के तालाबो का पानी मोरी तक नहीं पहुंचा
एक तरफ जहां शिवपुरी जिले के लगभग अधिकांश तालाब फुल हो गए, तो वहीं करैरा के लगभग एक दर्जन तालाब जिनमें फूटा तालाब, सेमरा, सिरोंज, दिनारा, अलगी, आवास, खिरिया, सिरसौद, बड़ोरा तालाब, में इतना पानी नहीं आया कि मोरी भी चल सकें। दिनारा तालाब में जरूर बिलरऊ नदी का पानी आता है, इसलिए उसकी स्थिति कुछ ठीक है। करैरा के तालाब खाली रह जाने की मुख्य वजह यह है कि जिले की करैरा तहसील में सबसे कम 690.50 मिमी बारिश हुई है, जो औसत बारिश से 135.53 मिमी कम है।
कोलारस-बदरवास में तालाब भी फल फूल गए
शिवपुरी जिले की कोलारस व बदरवास तहसील में बारिश का आंकड़ा एक हजार के पार हो गया। कोलारस में जहां सबसे अधिक 1185.60 मिमी तो बदरवास में 1018 मिमी बारिश दर्ज की गई है। यही वजह है कि कोलारस विधानसभा में जल संसाधन विभाग के सभी तालाब ओवरफ्लो हो गए। इसमें मड़हर तालाब (माधव सरोवर) जब ओवरफ्लो हुआ तो पानी आसपास के गांव में भरने लगा था, जिसके चलते कुछ पुल-पुलियों पर भी आवागमन ठप हो गया था।
शिवपुरी जिले की 9 में से 7 तहसीलों में औसत से अधिक हो चुकी बारिश
शिवपुरी जिले की औसत सामान्य बारिश 816.3 मिमी है, जिसके विरुद्ध करैरा व खनियाधाना में जरूर औसत का आंकड़ा पार नहीं हो पाया। जबकि जिले की शेष सात तहसीलों शिवपुरी में 835.40 मिमी, बैराड़ में 905 मिमी, पोहरी में 816 मिमी, नरवर में 924 मिमी, पिछोर में 910 मिमी, कोलारस में 1185.60 मिमी, बदरवास में 1018 मिमी वर्षा हो चुकी है।
कम बारिश से फिशिंग कारोबार हुआ प्रभावित
जिले की करैरा कस्बे में मछली पकड़ने के जाल व कांटे-डोरी का सबसे बड़ा कारोबार है। इस बार करैरा क्षेत्र के ताल तलैया खाली होने की वजह से फिशिंग कारोबारियों के जाल इस बार उतने नहीं बिके। एक कारोबारी ने बताया कि यदि करैरा में बारिश अच्छी हो जाती तथा ताल-तलैया फुल हो जाते, तो हमारा कारोबार भी अच्छा चलता। हालांकि आसपास के दूसरी तहसीलों से खरीदार आ रहे हैं।
करैरा को छोड़ सभी तालाब भर गए
अगस्त माह में हुई बारिश से जल संसाधन के चारों मध्यम तालाबों सहित अधिकांश तालाब फुल हो गए। करैरा में बारिश कम होने की वजह से तालाब कुछ खाली रह गए हैं। खनियाधाना का बुधना तालाब भी 90 प्रतिशत से अधिक भर गया है। पिछले साल तालाब खाली रह गए थे।
डीएम धानुक, मानचित्रकार, जल संसाधन विभाग शिवपुरी