शिवपुरी। शिवपुरी की एस के इंटरप्राइजेज फर्म का 54 करोड़ रुपए का लेनदेन खंगालने के लिए जीएसटी की टीम शिवपुरी पहुंची थी,टीम जब फर्म मालिक के घर पहुंचे और इस 54 करोड़ का लेनदेन का हिसाब मांगा तो टीम को पता चला कि फर्म मालिक तो बेरोजगार है और मानसिक रूप से बीमार है,बताया जा रहा है किसी व्यक्ति ने फर्जी फर्म खोली है और शिवपुरी के युवक के कागजात उसमें प्रयोग किए है,पूरे मप्र में ऐसी 100 बोगस फर्मे पकड़ी गई है जो अपने अस्तित्व में नही है।
शिवपुरी के आरके पुरम हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में सुरेंद्र कुमार झा अपने माता-पिता के साथ रहते हैं। उनके पिता पीएचई विभाग में हेल्पर हैं। सुरेंद्र के घर 23 अगस्त को जीएसटी भोपाल ऑफिस के दो अधिकारी पहुंचे। उन्होंने कहा कि सुरेंद्र कुमार मेसर्स एस के इंटरप्राइजेज नाम की फर्म के प्रोपराइटर हैं। इनकी फर्म का जीएसटी नंबर 23ASTPJ5991AZM और पता इसी मकान का है। उन्होंने ये भी कहा कि फर्म के नाम से 54 करोड़ रुपए का ट्रांजैक्शन किया गया है। वे दस्तावेजों की जांच के लिए आए हैं।
अधिकारियों की बातें सुनकर सुरेंद्र कुमार और उनके परिजन हैरान हो गए, क्योंकि उन्होंने किसी फर्म का रजिस्ट्रेशन नहीं किया था। सुरेंद्र कुमार ने अधिकारियों को कहा कि जीएसटी नंबर क्या होता है, मैं इसके बारे में नहीं जानता हूं। सुरेंद्र के पिता हरगोविंद ने अधिकारियों को बताया कि उनका बेटा तो बेरोजगार और मानसिक रूप से बीमार भी है। पिछले कई सालों से घर पर ही है।
हरगोविंद ने आशंका जताई कि किसी ने उनके बेटे के दस्तावेजों का इस्तेमाल कर फर्जी फर्म बनाई है। जीएसटी अधिकारियों ने दोनों को थाने में शिकायत करने की सलाह दी। इसके बाद सुरेंद्र और हरगोविंद ने एसपी को शिकायत की।