शिवपुरी। बीते रोज शिवपुरी में जन्मा/टमी का उत्सव धूमधाम से मनाया गया,शिवपुरी के प्रमुख मंदिरों पर कइ्र कार्यक्रम हुए। देर रात तक मंदिरों पर भगवान के प्राकट्य उत्सव की धूम थी,घरो में भी बाल गोपाल की सेवा पूजा की गई थी। मंदिरों के साथ साथ घरों की पूजा घरों में रखे भगवान बाल गोपाल को लागो ने अपनी अपनी श्रृंदा से सजाया था और अपने ठाकुर का फोटो सोशल पर वायरल कर रहे थे।
अगर घरो के कान्हा की बात की जाए तो न्यू ब्लॉक में स्थित विद्या देवी हॉस्पिटल के पास स्थित एक घर मे ठाकुर जी का जन्मदिन बड़ी धूमधाम से मनाया गया। स्व:रामबाबू गर्ग अपने घर में लगभग 72 साल पूर्व छोटे से कान्हा जी की पीतल की मूर्ति लाए थे और घर मे ठाकुर जी की पूजा होने लगी। स्व:रामबाबू गर्ग के निधन के बाद यह ठाकुर जी की सेवा पूजा उनकी धर्मपत्नी स्व:रूकमणी देवी ने शुरू की और सन 2020 तक रुकमणी देवी ने अपने ठाकुर की सेवा की,उसके बाद रूकमणी देवी का निधन हो गया।
यह ठाकुर जी सेवा अपने बेटे गोपाल गर्ग ने शुरू कर दी। 25 साल के गोपाल गर्ग ने अपने ठाकुर की पूजा की जब वह अविवाहित थे,कान्हा के रंग में गोपाल गर्ग ऐसे रंगे की उन्होने अपना जीवन ठाकुर जी के नाम ही कर दिया। आज गोपाल गर्ग 50 साल के है शादी नहीं की बस एक ही काम है अपने कान्हा की सेवा।
गोपाल गर्ग ने बताया कि मेरे ठाकुर की उम्र है 72 साल,मेरा अब हर रिश्ता ठाकुर के साथ है मुझे संसार में कान्हा के अतिरिक्त कुछ भी अच्छा नहीं लगता है। गोपाल जी ने सोशल पर एक ग्रुप बनाया है जिसमें वह प्रतिदिन कान्हा की पूजा अर्चना कर श्रृंगार करके उनका फोटो पोस्ट करते है इस ग्रुप में देश भर के लोग जुडे है।
गोपाल जी ने बताया कि मेरा ठाकुर के दर्शन कर लोग अपनी मुरादे मांगते है और उनकी मुराद ठाकुर पूरी करते है। मेरे ठाकुर बड़ा चंचल है मे पूजा करते समय सोचता हूं कि आज कान्हा को इस कलर वाले वस्त्र पहनाने तो अगर ठाकुर का मन नही है तो वह वस्त्र खो जाते है ऐसा अनको बार हुआ है। भोग भी उनके पसंद का ही बनता है अगर हलवा बना है और भोग लगाने की तैयारी कर रहे है,ठाकुर का मन नही है तो वह फैलवा देता है फिर दूसरा भोग बनता है।
गोपाल जी का कहना है कि मेरे पास भक्तो के फोन आते है और वह कहते है कि आप ठाकुर जी के कान पर मोबाइल रख दो हमें अपनी समस्या बतानी है। भक्त अपनी समस्या बताते है और उनकी मुराद पुरी होती है। मेरे ठाकुर पर सैकड़ों तरह की पोशाक है यह मैंने नहीं खरीदी है यह पोशाक उन भक्तों ने पहुंचाई है जिनका काम मेरे ठाकुर ने किया है।
धूमधाम से मनाई जन्माष्टमी
गोपाल जी ने बताया कि जन्मा/टमी पर स्पेशल श्रृंगार किया गया,केक काटा गया-झूला भी झूलाया गया,कई भक्तों ने वीडियो कॉल करके ठाकुर के दर्शन किए।