SHIVPURI NEWS - सीवर लाइन की टेस्टिंग, 40 हजार घरो को जोड़ा जाएगा, ट्रीटमेंट प्लांट तक पहुंचा पानी

Bhopal Samachar

शिवपुरी। शिवपुरी शहर के लिए कभी संकट बना सीवर प्रोजेक्ट से गुड न्यूज मिलने लगी है कि ठाकुर बाबा की घाटी पर सीवर लाइन बिछाने के बाद ट्रीटमेंट प्लांट तक पानी पहुंचना शुरू हो गया है,ट्रीटमेंट प्लांट पर जंग खा रहीं मशीनों की ऑयलिंग-प्रीसिंग का काम होने लगा है। इसी के साथ ट्रीटमेंट प्लांट की टेस्टिंग शुरू हो जाएगी।

जैसा कि विदित है कि क्षील संरक्षण को लेकर सीवर प्रोजेक्ट का काम शहर में 2013 से प्रारंभ हुआ था। प्रारंभिक दौर में सीवर प्रोजेक्ट की लागत 67 करोड़ थी। लेकिन काम की गति धीमी चलने तो कभी नेशनल पार्क की रोक के चलते काम पिछड़ता चला गया। कभी भुगतान के कारण काम अटकता रहा। शहर की सड़कों को सीवर की लाइन बिछाने को खोद दिया गया था। लोगों के फेफडे धूल को गोदाम हो गए थे,जिससे लोगों को सांस तक लेना मुश्किल हो गया था।

जैसे-तैसे सड़कें बनी और जीवन पटरी पर लौटा। साल 2018 में  घाटी पर 550 मीटर खुदाई में पत्थर निकल आया। बीच-बीच में काम रुकता रखा और आखिरकार पांच साल बाद खुदाई पूरी हो सकी है। मामूली हिस्से में पाइप लाइन मिलते ही घसारही के नीचे ट्रीटमेंट प्लांट पर पाइप से पानी पहुंचने लगा है। इसी के साथ ट्रीटमेंट प्लांट की टेस्टिंग का रास्ता खुल गया है।

झील  संरक्षण के कारण अस्तित्व में आया प्रोजेक्ट

झील संरक्षण के लिए शिवपुरी शहर को सीवर प्रोजेक्ट मिला था। इस प्रोजेक्ट को 24 माह में पूरा होना था लेकिन साल 2013 में शुरू हुआ यह प्रोजेक्ट इस वर्ष तक कंप्लीट नहीं हुआ है। जब यह प्रोजेक्ट अस्त्वि में आया था इसकी लागत 67 करोड़ थी साल दर साल इस प्रोजेक्ट की लागत बढ़ती गई और 111 करोड़ पर पहुंच गई,वर्तमान समय में इस प्रोजेक्ट पर 98 करोड़ रुपए खर्च हो चुके है।

अमृत-2 में नपा 40 हजार घरों में कनेक्शन की डीपीआर बना रही

सीवर प्रोजेक्ट से संबंधित डिजाइन पीएचई ने बुधवार को ही नपा को दी है। कंसल्टेंट एजेंसी को जानकारी उपलब्ध करा दी है, ताकि वह सीवर कनेक्शन के लिए डीपीआर तैयार कर सके। शहर में किन जगहों पर लाइन बिछी है और किस हालत में है, इसकी जांच नगर पालिका कराएगी। करीब 40 हजार घरों में सीवर कनेक्शन का अनुमान है।

ट्रीटमेंट प्लांट : मशीनों की ग्रीसिंग, लाइट चालू करके चेकिंग चल रही

दिल्ली के ठेकेदार ने सीवर ट्रीटमेंट प्लांट बहुत पहले ही बनाकर तैयार कर दिया था। सिर्फ सीवर लाइन बिछाने में देरी होती चली गई। अब जैसे ही ठाकुर बाबा घाटी पर लाइन जुड़ते ही ट्रीटमेंट प्लांट पर पानी पहुंचना शुरू हो गया है। मशीनों की प्रीसिंग व लाइट चालू करने के लिए चेकिंग चल रही है। जल्द ही ट्रीटमेंट प्लांट की मशीनें चालू हो जाएंगी। ट्रीटमेंट प्लांट की टेस्टिंग जल्द हो जाएगी। लेकिन सीगर लाइनों की संपर्क के बाद टेस्टिंग पूरी हो सकेगी।

आगे क्या
मानसून के बाद सीवर की लाइन टेस्टिंग शुरू होगी,सबसे ज्यादा लाइन डैमेज की खबर नाले में है। बाकी जहां सडका की खुदाई कर बिछाई लाइन सुरक्षित है,नालो में बनाए गए चेंबरो में नाले जब ओवरफ्लो हुए तो नाले का पानी सीवर के चैंबर से कूद गया हो सकता है कचरा भी लाइन में गया होगा,मानसून के बाद सीवर की लाइन की टेस्टिंग होगी