शिवपुरी। शिवपुरी नगर पालिका में आज परिषद की बैठक थी,इस बैठक में जमकर हंगामा हुआ,पार्षद विजय विदांस ने कहा कि नगर पालिका में अध्यक्ष की प्राइवेट लिमिटेड चल रही है,वही वार्ड क्रमांक 11 की पार्षद नीलम बघेल विधायक के सामने रोने लगी कहा कि वार्ड में विकास के काम नहीं हो रहे,इस पर विधायक देवेंद्र जैन ने कहा कि चिंता ना करो 50 लाख दूंगा। उपाध्यक्ष सरोज रामजी व्यास ने कहा कि पिछले 2 साल में वार्ड में विकास का एक भी काम नही हुआ है,इस हंगामे को लेकर विधायक देवेन्द्र जैन बहार निकल गए,वही पार्षद विजय बिंदास ने कहा कि नगर पालिका में 10 करोड़ का घोटाला हुआ है जानकारी मांगने पर नहीं दी जा रही है।
इन बिंदुओं की होनी थी बैठक
लगभग 5 माह बाद नगर पालिका शिवपुरी में आज परिषद की बैठक का आयोजन किया था। इस बैठक में इस बैठक में 19 बिंदुओं पर चर्चा की होने थी,इसमें से मुख्य बिंदु थे,जल प्रदाय व्यवस्था में उपयोग होने वाली सामग्री की प्राप्त न्यूनतम दर की स्वीकृति। नगर पालिका परिषद भवन के संबंध में विचार विमर्श। अनापत्ति प्रमाण पत्र, विज्ञापन शुल्क, भवन नामांतरण एवं अन्य शुल्क में वृद्धि करने पर विचार। सीवरेज वाटर प्रोजेक्ट के संबंध में विचार विमर्श। सोलर प्लांट प्रोजेक्ट की प्रशासकीय एवं सैद्धांतिक स्वीकृति। वार्ड क्रमांक 22 में इमामबाड़ा मस्जिद से जाधव सागर तक नाला निर्माण कार्य की न्यूनतम दर स्वीकृति पर चर्चा। झांसी रोड स्थित थोक फल मंडी, सब्जी मंडी, प्राइवेट बस स्टैंड के पीछे खेरिज सब्जी मंडी, फल मंडी निर्माण पर चर्चा होनी थी
एक एक लाख की फाइल का मुद्दा गरमाया
युवा पार्षद विजय विदांस ने नगर पालिका में एक एक लाख की फाइल का मुद्दा उठाया,पार्षद का कहना था कि नगर पालिका में एक एक लाख की एक हजार फाइल चली है और भुगतान हुआ है टोटल भुगतान होता है 10 करोड़ रुपए का,इस मामले में अध्यक्ष महोदय ने 26-6-2024 का पत्र सीएमओ को लिखा था इस पत्र का नगर पालिका में आवक आवक क्रमांक 93 है। यह पत्र पालिका में हुए 10 करोड़ के घोटाले का प्रमाणीकरण सिद्ध करता है।
यह लिखा था पत्र
अध्यक्ष श्रीमती गायत्री शर्मा ने सीएमओ डॉ केशव सिंह सगर को पत्र लिखा कि नगर पालिका शिवपुरी में मेरे कार्यालय में एक एक लाख से कम की कितनी नोटशीट बनाई गई है,मुझे ज्ञात हुआ कि इस प्रकार की एक हजार नोट शीट चलाई गई है जिनकी मुझे जानकारी नहीं है,मुझे जानकारी मिली है कि ऐसी नोटशीट पर 20 प्रतिशत ही काम हुआ है,अंत लेखापाल को आदेशित करें कि वह 3 दिवस में इस प्रकार की नोटशीट को मेरे अवलोकन के लिए प्रस्तुत करे। बताया जा रहा है कि आज दिनांक तक लेखपाल ने इन नोटशीट को अध्यक्ष के यहां प्रस्तुत नहीं किया है।
15 पार्षदों ने भी मांगी थी जानकारी
बताया जा रहा है कि इन एक एक हजार की नोटशीट की जानकारी 15 पार्षदों ने सीएमओ को चिट्ठी लिखकर मांगी थी,लेकिन 190 नोट सीटों की जानकारी दी गई है,बाकी 810 नोटसीटों की जानकारी नही दी। शिवपुरी विधायक देवेंद्र जैन ने भी इन नोटशीट का प्रश्न विधानसभा मे लगाया था लेकिन जब तक सरकार का जवाब देती जब तक विधानसभा खत्म हो चुकी थी।
रोती हुई पार्षद ने विकास के लिए विधायक के पैर छुए
इस दौरान वार्ड-11 से भाजपा पार्षद नीलम बघेल रोते हुए अपने वार्ड की दुर्दशा से अवगत कराया। इस दौरान नीलम बघेल ने कहा कि नपा अध्यक्ष पति हर काम में मोटा कमीशन मांगते हैं। जिन्होंने पैसा नहीं दिया। उनके वार्ड की फाइलें नपा अध्यक्ष के घर धूल खा रहीं। इस दौरान जिस वार्ड में विधायक देवेंद्र जैन निवास करते हैं उन्ही कि वार्ड पार्षद ऋतू जैन ने कहा कि विधायक के वार्ड में विकास कार्य नहीं हुए हैं।
इस दौरान पार्षद ने विधायक के पैर छूकर कहा कि जनता मुझे उम्मीद के साथ लगातार पार्षद बनाती हुई आ रही हैं। जनता मुझसे उम्मीद करती हैं। आज जनता की समस्या को लेकर इतना दर्द हैं लेकिन कोई सुनने वाला नहीं हैं। उनके वार्ड में अभी तक एक भी टेंडर नपा अध्यक्ष ने नहीं लगने दिए हैं। वार्ड में विकास कार्यों पर रोक लगा कर रख दी हैं।
इस पर विधायक देवेंद्र जैन ने पार्षद से कहा कि 50 लाख रुपए मुझसे से ले लेना, लेकिन परेशान न हो, इस दौरान विधायक ने भी महिला पार्षद के पैर छुए। बता दें कि विधायक ने सभी वार्डों के पार्षदों के लिए विधायक निधि से पैसा देने की बात कही हैं।
विधायक के वार्ड में ही नहीं हुए विकास कार्य
बैठक में 18 बिंदुओं को हंगामे के बीच पास कर दिया गया साथ ही पीआईसी की बैठक में लिए गए फैसलों को भी पास कर दिया गया। बैठक 12 बिंदुओं तक सामान्य रही लेकिन इसके बाद हंगामा होना शुरू कर दिया। बैठक में कमीशनखोरी पर जमकर विवाद हुआ हैं। एक पार्षद ने कहा कि नगर पालिका के कामों में सामान डुप्लीकेट डलता हैं लेकिन पेमेंट ओरिजिनल का होता हैं।
यह बोले सीएमओ
एक-एक लाख की 1 हजार की फाईलो के विषय में सीएमओ का कहना है कि पिछले 3-4 साल में लगभग 225 फाइल चली है,यह फाइल नियमानुसार और आवश्यक कार्यो के लिए चलाई जाती है,इसमें स्वीकृति और भुगतान के लिए माननीय अध्यक्ष महोदय के हस्ताक्षर है,कोई भी व्यक्ति किसी प्रकार की फर्जी फाइल की बात करता है तो जांच कराई जाऐगी।