कोलारस का अभिमान- वैदेही शरण पराशर
श्री वैदेही शरण पराशर जी शिवपुरी के स्वतंत्रता सेनानियों में अग्रगण्य थे। इनका जन्म 10 सितंबर, 1910 ई. में शिवपुरी जिले की कोलारस में हुआ था। इन्होंने कानून की डिग्री प्राप्त की थी। पेशे से वकील होने पर भी उन्होंने देश के स्वतंत्रता आंदोलन में बढ़-चढ़कर भाग लिया। वे महात्मा गांधी से विशेष रूप से प्रभावित थे। महात्मा गांधीजी द्वारा प्रारंभ 1930 ई. के सविनय अवज्ञा आंदोलन में उन्होंने सक्रिय भूमिका निभाई। 1942 ई. के भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान वैदेही शरण पराशर अंग्रेजों द्वारा गिरफ्तार कर लिए गए और जेल भेज दिए गए। पराशर जी आजादी के बाद भी देशसेवा में लगे रहे और कांग्रेस पार्टी के विभिन्न पदों को सुशोभित किया। 1953 से 1957 ई. तक वह कांग्रेस पार्टी के शिवपुरी जिले के जिलाअध्यक्ष रहे इस के अतिरिक्त मध्य भारत के समय में सन 1948 ई. में इन्होंने विभिन्न क्षेत्रों के प्रशासक की भूमिका निभाई। शिवपुरी जिले के केंद्रीय सहकारी बैंक के प्रबंध निदेशक भी रहे। पराशर जी ने विभिन्न देशों की यात्राएं की और विभिन्न प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व करते हुए भारत का प्रतिनिधित्व किया। 4 नवंबर 1986 ई. को पराशरजी का देहान्त हो गया।