शिवपुरी। शासकीय मेडिकल कॉलेज शिवपुरी में जीएनएम परीक्षा को लेकर चौंकाने वाला मामला सामने आया है। दरअसल जीएनएम प्रथम वर्ष 2021-22 और द्वितीय वर्ष 2020-21 की मुख्य परीक्षा मई 2023 में कराई गई। काउंसिल के दौरान ऐसे छात्र-छात्राओं की उत्तर पुस्तिकाएं मिली हैं जो परीक्षा देने ही नहीं पहुंचे। ऐसे गैरहाजिर छात्रों की उत्तर पुस्तिकाएं कहां से मिली गईं, इसे लेकर जिम्मेदारों को नोटिस जारी कर अपना प्रतिवेदन मांगा गया है।
जानकारी के मुताबिक हाईकोर्ट जबलपुर के आदेश के बाद जीएनएम प्रथम वर्ष 2021-22 एवं द्वितीय वर्ष 2020-21 की परीक्षा मई 2023 में कराई गई। प्रावधिक परीक्षा परिणाम 21 मार्च 2024 - को घोषित किया गया था। उक्त परीक्षा में शासकीय मेडिकल-कॉलेज शिवपुरी को परीक्षा केंद्र-बनाया गया था। इस परीक्षा में-नर्सिंग छात्र-छात्राओं की परीक्षा संपादित कराई गई थी। उक्त परीक्षा के संदर्भ में उपस्थिति पत्रक में कुछ छात्र-छात्राएं गैरहाजिर पाए गए थे। लेकिन उन अनुपस्थित छात्र-छात्राओं की-उत्तर पुस्तिका परीक्षा एजेंसी के-द्वारा काउंसलिंग में मिली है। शासकीय मेडिकल कॉलेज शिवपुरी के परीक्षा नियंत्रक एवं केंद्र प्रभारी से तथ्यात्मक प्रतिवेदन शपथ पत्र के साथ मांगा है।
गैर हाजिर रहते हुए भी छात्र-छात्राओं की उत्तर पुस्तिकाएं किसने और कैसे भेज दीं। ऐसे छात्र-छात्राएं जिन्होंने परीक्षा ही नहीं दी और उनकी उत्तर पुस्तिकाएं सामने आ गईं। हाजिरी रजिस्टर में गैरहाजिर छात्र बार जानकारी के साथ जवाब तलब किया है। इस मामले में जिम्मेदारों पर कार्रवाई की तलवार लटक गई है।
शासकीय मेडिकल कॉलेज शिवपुरी को जीएनएम परीक्षा केंद्र बनाया गया था। कॉलेज के परीक्षा नियंत्रक और केंद्र प्रभारी को जिम्मेदार माना जा रहा है। संबंधितों को उप रजिस्ट्रार (परीक्षा नियंत्रक) मप्र नर्सेस रजिस्ट्रेशन काउंसिल भोपाल ने नोटिस जारी किया है। संबंधितों से निर्धारित प्रपत्र में गैरहाजिर छात्रों की जानकारी के साथ अपना पक्ष रखने को कहा है।