शिवपुरी। माधव नेशनल पार्क शिवपुरी में एक नर व दो मादा बाघिन बाहर से लाकर पुनर्वास कराया है। 16 माह पहले तीनों टाइगर को लाकर बसाने के बाद अब पार्क प्रबंधन ने इनके नामकरण की कवायद शुरू कर दी है। अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस के उपलक्ष्य में सोमवार को पार्क सहित शहर में कई कार्यक्रम हुए। इसी के साथ बाघ व दोनों बाघिन के नामकरण की खुली प्रतियोगिता कराई जा रही है। स्कूली छात्र-छात्राओं से नाम लिखवाकर जमा कराए हैं।
जानकारी के मुताबिक अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस पर बाघों के संरक्षण के प्रति लोगों में जागरूकता लाने माधव नेशनल पार्क शिवपुरी के तत्वावधान में सोमवार की सुबह 'रन फोर टाइगर्स' रैली स्कूली छात्र-छात्राओं व फील्ड स्टाफ को उपसंचालक माधव राष्ट्रीय उद्यान प्रतिभा अहिरवार ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, जो शहर के विभिन्न मार्गों से होकर वन विद्यालय शिवपुरी पहुंची।
वन विद्यालय स्थित रजत जयंती हॉल में बाघ दिवस पर कार्यक्रम आयोजित हुए। शिवपुरी विधायक देवेंद्र जैन, रेंजर वृंदावन यादव सहित पार्क अधिकारी कार्यक्रम में मौजूद रहे। इस दौरान स्कूली छात्रों के बीच डेवलपमेंट एवं एनवायरमेंट विषय पर - 'वाद-विवाद' प्रतियोगिता कराई। टाइगर सेव विषय पर छात्रों ने नाट्य मंचन किया।
15 अगस्त को तीनों का नामकरण होगा
स्कूली छात्रों से बाघ व दोनों बाधिन के नाम सुझाने के लिए खुली प्रतियोगिता रखी गई। छात्रों ने अपने मनमाफिक नाम रखने के लिए सुझाव पर्ची में लिखकर दिए जिसे पार्क प्रबंधन ने जमा कर लिया है। पार्क स्टाफ बॉक्स लेकर पूरे जिले में घूमेगा और लोगों को जागरूक करेगा। 15 अगस्त पर तीनों बाघों का नामकरण किया जाएगा।
माधव राष्ट्रीय उद्यान को बदलने की प्रक्रिया चल रही
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अंतरराष्ट्रीय संदेश दिया है। केंद्रीय मंत्री सिंधिया साल की अवधि में माधव राष्ट्रीय वा उपर कि डेढ़ (एमएनपी) को पूर्ण विकसित टाइगर रिजर्व में बदलने की महत्वपूर्ण प्रक्रिया पहले से ही चल रही है।
सिंधिया ने माधव राष्ट्रीय उद्यान को समर्पित कर्मचारियों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए कहा कि आपके अथक प्रयास और अटूट प्रतिबद्धता इस परियोजना की सफलता में सहायक रहे हैं। मुझे विश्वास है कि इस परियोजना की सफलता इस क्षेत्र में एक संपूर्ण वन्यजीव और पर्यटन पारिस्थितिकी तंत्र के विकास में सहायक होगी, जो अधिक से अधिक रोजगार के अवसर और आर्थिक विकास सुनिश्चित करेगी।