शिवपुरी। शिवपुरी जिले की पोहरी जनपद का कार्यालय कमीशन का अड्डा बन चुका है,कमीशन का सेटलमेंट नहीं होने के कारण पोहरी जनपद में कई महत्वपूर्ण कार्य रूक चुके है। बीते रोज पोहरी जनपद के ग्राम गुरिच्छा में 121 हितग्राहियों के पीएम जन मन आवास की प्रथम किस्त इस कारण रुकी है कि गांव के रोजगार सहायक ने प्रत्येक हितग्राही से 12 हजार रुपए लेकर अपने वरिष्ठों को देने से मना कर दिया। वही कुछ माह पूर्व पोहरी जनपद के सरपंचों ने पोहरी के जनपद कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों सहित कर्मचारियों पर कमीशन का आरोप लगाया था।
सरपंचों का कहना था कि इस प्रकार कमीशन देंगें तो कैसे विकास कार्यो में गुणवत्ता रहेगी,वही बिना कमीशन के फाइलें नहीं सरक रही है। अब पोहरी में निवास करने वाले और भारतीय जनता पार्टी के जिला महामंत्री पृथ्वीराज जादौन ने जनपद में खुली लूट की लिस्ट को अपने एफबी पर पोस्ट कर दिया है।
भाजपा के जिला महामंत्री पृथ्वीराज जादौन ने अपनी एफबी पर पोहरी जनपद में चल रहे कमीशन के खेल को उजागर करते हुए लिखा है कि जनपद पंचायत के भ्रष्टाचार के पीछे न जाने किस वरिष्ठ अधिकारी या नेता का हाथ है, पर हिसाब इस प्रकार है: 5 प्रतिशत फाइल बनने पर, 10 प्रतिशत फर्जी मजदूरी मस्टर भुगतान, 5 प्रतिशत घर-घर उगाहने वाली कियोस्क, 5 प्रतिशत रोजगार सहायक, 10 प्रतिशत सचिव, 7 प्रतिशत मूल्यांकन, 13 प्रतिशत व्हाउचर भुगतान, 5 प्रतिशत जिस फर्म के बिल लगे हैं, 2 प्रतिशत सीसी जारी पर, 1 प्रतिशत सीसी आवक, 1 प्रतिशत जावक, 1 प्रतिशत पोर्टल पर दर्ज। अब 40 प्रतिशत कम राशि में काम धरातल पर कैसे हो रहा होगा।
कुल मिलाकर पोहरी जनपद में 40 प्रतिशत राशि कमीशन में जाती दिख रही है जब यह राशि पोहरी जनपद के कार्यालय में खर्च हो जाती है फिर सरपंच से कैसे गुणवत्ता युक्त काम की उम्मीद होगी। अब 40 प्रतिशत कार्यालय में कमीशन है तो 10 प्रतिशत कमीशन की मेहनत तो सरपंच की ईमानदारी से होती है। फिर आप यह सोचे की कैसे 50 प्रतिशत कमीशन में काम होता होगा।
भाजपा नेता के सवाल में एक सवाल भी छुपा हुआ है कि कि पोहरी जनपद के सीईओ शैलेन्द्र आदिवासी पर किस नेता का हाथ है इन पर कार्रवाई नहीं होती है वही आखिर यह लौट लौटकर पोहरी क्यो आ जाते है। भाजपा के इस सुशासन में 40 प्रतिशत भ्रष्टाचार इस सुशासन की पोल खोलता है।
आंखों के सामने भ्रष्टाचार कैसे देखे
हम तो पोहरी जनपद के इस भ्रष्टाचार को आंखो से देख रहे है,जनपदी सीईआ फर्जी जाति प्रमाण पत्र से आदिवासी कोटे की पोस्टिंग पर आ गए है,वही 10 पंचायतों में वह स्वयं ठेकेदारी कर रहे है। भले ही सरकार हमारी है लेकिन आंखो से भ्रष्टाचार कैसे देख सकते है।
पृथ्वीराज जादौन,महामंत्री भारतीय जनता पार्टी शिवपुरी