शिवपुरी। शिवपुरी जिले के कोलारस तहसीलदार श्यामू श्रीवास्तव पर गंभीर आरोप लगाते हुए एक शिकायत संभागायुक्त ग्वालियर और कलेक्टर शिवपुरी को की है। शिकायतकर्ता एडवोकेट का कहना है कि कोलारस का तहसील कार्यालय दलाल और नेता मिलकर चलाते है,तहसीलदार श्यामू श्रीवास्तव अपनी सीट पर नहीं बैठते है बल्कि रेस्ट हाउस से तहसील कार्यालय चलता है।
एडवोकेट हरिराम कोली उपाध्यक्ष अभिभाषक संघ कोलारस का कहना है कि कोलारस तहसीलदार श्यामू श्रीवास्तव के समय से तहसील कार्यालय का कार्य प्रभावित है,तहसील कार्यालय में तहलीदार नियमित समय से नही बैठते है,तहसीलदार की कार्यप्रणाली को देखकर लगता है कि दलालो व नेताओं से साथ मिलकर रेस्ट हाउस का बंगला नंबर 2 से तहसील कार्यालय चलता है। तहसील में प्रकरण वर्षो से लंबित है,कई फाइलें गायब हो चुकी और किसी भी प्रकरण फाइल की तारीख पेशी नही लगती है। आर्डर सीट खाली पडी हुई है केवल जिल प्रकरण फाइल में रेस्ट हाउस पर सुविधा शुल्क या सिफारिस मिलती है उसको बंगले पर उठवाकर उसी प्रकरण का निराकरण किया जाता है। इससे अभिभाषक और जनता में नाराजगी है। प्रकरण लंबित होने के कारण पक्षकार नाराज होते है,कई पत्रकारों से प्रोस्डिंग गायब हो गई है।
सीएम के आदेश भी हवा में टांगे
तहसीलदार श्यामू श्रीवास्वत पर एडवोकेट हरिराम कोली ने गंभीर आरोप लगाए है कि वह तहसील कार्यालय में नही बैठते है,मप्र सरकार ने अधिकारियों और कर्मचारियों को सुबह 9 बजे से 6 बजे तक अपने कार्यालय में उपस्थित होने के नियम को लागू किया है,लेकिन कोलारस के तहसीलदार पर नियम को नही मानते हुए बंगले से अपना आफिस चला रहे है।
भितरवार थे जब लगे थे गंभीर आरोप
कोलारस तहसीलदार श्यामू श्रीवास्तव जब ग्वालियर जिले के भितरवार में पदस्थ थे,वहां के पटवारियों ने तहसीलदार के अंडर में काम करने से मना करते हुए एसडीएम को ज्ञापन सौंपा था। तहसीलदार पर पटवारियों को बंधक बनाने का भी आरोप भितरवार में लग चुका है।
इस पूरे मामले में देखने को मिल रहा है कि तहसीलदार ने सत्ता को साध रखा है,इसलिए वह बेलगाम होकर अपनी कार्यशैली में बदलाव नहीं कर रहे है,इस कारण स्थानीय भाजपा प्रतिनिधि और तहसीलदार के खिलाफ जनता में रोष है।