शिवपुरी। शिवपुरी जिले से बरूखा रानी रूठी दिख रही है,मानसून काल शुरू होने से पूर्व संकेत मिल रहे थे कि इस बार शिवपुरी जिले में अच्छी वर्षा होगी,लेकिन ऐसा नहीं हुआ है,मानसून की माया समझ नहीं आ रही है। हालांकि पिछले साल के अनुमात में शिवपुरी जिलेे का इस साल का अभी तक आकडा उपर है लेकिन फिर भी जिले के बडे सभी डेम प्यासे है,इससे लोगों को चिंता सता रही है कि की पिछले साल जैसे इस साल भी मानसून धोखा नहीं दे दे।
जिला मुख्यालय शिवपुरी पर 11 जुलाई से बारिश का दौर थम सा गया है। वहीं जिले में भी खंड-खंड बारिश हो रही है, जिससे कई हिस्से बारिश के छूट रहे हैं। हालात यह हैं कि जल संसाधन विभाग के जिले में छोटे-बड़े 80 से ज्यादा तालाब नहीं भर पा रहे हैं। जिले के सबसे बड़ा मड़ीखेड़ा बांध भी 78% खाली पड़ा है। मानसून के दौर में बारिश का दौर थमने से मौसम की बेरुखी सी नजर आ रही है।
शिवपुरी जिले की 9 तहसीलों में से करैरा तहसील में इस बार सबसे कम बारिश हुई है। जबकि करैरा तहसील में हर बार की तरह सबसे ज्यादा मूंगफली का उत्पादन लिया जा रहा है। बारिश नहीं होने की वजह से किसानों की चिंता बढ़ने लगी है। समय पर बारिश नहीं हुई तो उत्पादन प्रभावित हो सकता है।
बैराड़ और खनियाधाना में भी कम बारिश हुई है। यहां भी किसान मूंगफली का अच्छा उत्पादन लेते हैं। शिवपुरी जिले में अभी तक कुल 39.68 सामान्य औसत बारिश हो चुकी है। इसके बाद भी तालाब और बांधों में ना के बराबर पानी आया है। विदिशा के लटेरी, गुना सहित शिवपुरी जिले की कोलारस व बदरवास तहसील में पर्याप्त बारिश नहीं होने से सिंध नदी में बहाव बहुत कम है। इस कारण मड़ीखेड़ा अटल सागर बांध भी तेजी से नहीं भर पा रहा है। इससे बिजली उत्पादन भी चालू नहीं हो सका है।
अटल सागर बांध क्षमता 346.25 वर्तमान स्थिति 330.85
नावली महुआर बांध क्षमता 321.25 वर्तमान स्थिति 320.30
अकाझिरी तालाब क्षमता 125.00 वर्तमान स्थिति 121.30
परौच तालाब क्षमता 156.00 वर्तमान स्थिती 150.71
बधुना तालाब क्षमता 103.00 वर्तमान स्थिति 97.10