शिवपुरी। मध्यप्रदेश के साथ-साथ शिवपुरी मेडिकल कॉलेज में भी सोमवार से MBBS इंटर्न हड़ताल पर चले गए। MBBS इंटर्न, इंटर्नशिप में मिलने वाले मानदेय में वृद्धि को लेकर पद्रर्श कर रहे हैं। उनका कहना है कि मांग पूरी नहीं होने तक हड़ताल जारी रहेगी। हड़ताली परिसर में ही टेंट लगाकर बैठे हैं।
हड़ताल पर बैठी डॉक्टर सृष्टि दुबे ने बताया कि हम सभी चिकित्सा सेवा के अंतर्गत MBBS इंटर्न हैं, जिनके लिए मध्य प्रदेश सरकार द्वारा हमें मासिक देय 13,409 रुपए दी जाती है।
यह राशि हमारी जिम्मेदारियों और चिकित्सा सेवा में हमारे योगदान के अनुपात में बहुत ही कम है। वर्तमान में, हमें अपनी दैनिक आवश्यकताओं जैसे किराया, भोजन, परिवहन, और अध्ययन सामग्री को पूरा करने में गंभीर कठिनाई का सामना करना पड़ता है।
इस वित्तीय दबाव के कारण हमारी कार्यक्षमता और मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है, इससे हमारे द्वारा दी जाने वाली स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता भी प्रभावित होती हैं।
वर्तमान में एमपी में सबसे कम मानदेय 13,409 रुपए दिया जा रहा है। जबकि पश्चिम बंगाल में 32,000 प्रतिमाह, कर्नाटक में 30000 प्रतिमाह, मेघालय में 30,000 प्रतिमाह किया गया हैं। इससे इन प्रदेशों के इंटर्स को आर्थिक मजबूती मिली हैं जिससे वह बेहतर कार्य भी कर रहे हैं, लेकिन एमपी में बहुत ही कम मानदेय दिया जा रहा हैं।
जिसकी बृद्धि भी सालों से नहीं हुई हैं। ऐसे में अगर सरकार मानदेय में वृद्धि करती हैं तो निश्चित ही हम अपनी जिम्मेदारियों को और अधिक कुशलता और ध्यानपूर्वक निभा सकते हैं, जिससे राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा।
बता दें कि मेडिकल कॉलेज में धरने पर बैठे सभी MBBS इंटर्न की मांग है कि सरकार उनका मानदेय 13,409 रुपए से बढ़ाकर कम से कम 30000 हजार रुपए सुनिश्चित करे।
धरने पर बैठे सभी MBBS इंटर्न का कहना हैं कि सरकार जब तक उनकी मुख्य मांग को पूरा नहीं करती हैं तब तक हड़ताल जारी रहेगी।